- लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में फर्जीवाड़ा प्रकरण

- आरोपी रूबी चौधरी की चार दिन की पुलिस रिमांड कोर्ट ने की मंजूर

DEHRADUN : मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में हुए फर्जीवाड़े में गिरफ्तार फर्जी आईएएस अधिकारी रूबी चौधरी की पुलिस ने चार दिन की रिमांड हासिल कर ली है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजीव कुमार की अदालत में मंडे को रिमांड याचिका पर सुनवाई हुई। आरोपी का लैपटॉप और प्रकरण से जुड़े कई अन्य दस्तावेज बरामद करने का हवाला देते हुए पुलिस ने ख्ब् दिन का रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने चार दिन की रिमांड ही मंजूर करते हुए फिलहाल रूबी को पेशी के बाद सुद्धोवाला जेल भेज दिया है। रिमांड अवधि मंगलवार सुबह नौ बजे से शुरू होगी। अगली सुनवाई क्फ् अप्रैलो होगी।

मसूरी सीजेएम कोर्ट में हुई पेशी

दरअसल, हाईप्रोफाइल इस मामले में रूबी चौधरी को पुलिस ने चार दिन पहले गिरफ्तार किया। सोमवार को मामले की जांच के लिए गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम रूबी को सुद्धोवाला जेल से लेकर दोपहर एक बजे मसूरी स्थित सीजेएम कोर्ट पहुंची। कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच कुछ देर कोर्ट परिसर में ठहरने के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट राजीव कुमार की अदालत में पेश किया अदालत में पेश किया।

चार दिन की रिमांड हुई मंजूर

पुलिस ने आरोपी के लैपटॉप, अकादमी में रहने के दौरान पहनी गई अधिकारियों की ड्रेस व कुछ अन्य दस्तावेज बरामद करने की दलील देते हुए ख्ब् दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने चार दिन की रिमांड मंजूर करते हुए कहा कि रिमांड अवधि मंगलवार सुबह नौ बजे से शुरू होगी। तब तक रूबी को सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया। इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने एक प्रार्थना पत्र दाखिल कर रिमांड के दौरान उनके अधिवक्ता को साथ रहने की अनुमति मांगी। जिसे अदालत ने स्वीकार कर दिया। इस दौरान रूबी के स्वभाव में गुस्सा साफ झलक रहा था। कोर्ट की सीढि़यां चढ़ते समय उसके साथ हल्की धक्का मुक्की भी हुई।

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रूबी ने कहा सब मिले हुए हैं

सुनवाई पहले दून स्थित कोर्ट में की जानी थी, जिस कारण सुबह ही परिजन मुजफ्फरनगर से दून कोर्ट पहुंच गए थे। मीडिया का जमावड़ा भी कोर्ट परिसर में लगा हुआ था। लेकिन अचानक पुलिस रूबी को लेकर मसूरी स्थित सीजेएम कोर्ट पहुंच गई। जिसके बाद परिजन के अलावा बचाव पक्ष के वकील भी मसूरी पहुंचे। इस पूर्व ही मीडिया से बातचीत करते हुए रूबी के पिता सत्यवीर, भाई मोहित मौसा वेदपाल और मामा ने पुलिस पर रूबी की पिटाई का आरोप लगाया। बताया कि मामले में एक तरफा जांच की जा रही है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग भी उठाई। उधर, पेशी से पूर्व मसूरी में रूबी ने मडिया से बात करनी चाही। लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसे बात करने नहीं दिया, जिसके चलते रूबी सिर्फ इतना कह पाई कि सब मिले हुए हैं।

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सामने आया नैनीताल कनेक्शन

मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की जांच में रूबी का नैनीताल स्थित प्रशासनिक अकादमी कनेक्शन भी सामने आया है। ऐसे में रिमांड अवधि के दौरान पुलिस रूबी को नैनीताल ले जा सकती है। फिलहाल इस मामले में पुलिस चुप्पी साधे हुए अपनी जांच जारी रखे हुए है। वह किसी भी तरह की बयानबाजी से बचते हुए सबूत जुटाने में जुटी हुई है।