- आलमगंज थाना में जूनियर डॉक्टर व मृतक परिजनों की ओर से आवेदन

- जूनियर डॉक्टरों ने तैनात सुरक्षाकर्मियों को अविलंब हटाने की मांग की

PATNA : छह दिन पहले इलाज के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग के इमरजेंसी में भर्ती हुए 13 वर्षीय किशोर की शनिवार की दोपहर लगभग ढाई बजे मौत हो गई। सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने डॉक्टर और अन्य स्टाफ पर इलाज और देखभाल में लापरवाही का आरोप लगाते हुए विभाग के अध्यक्ष के कमरे में भी तोड़फोड़ की। आक्रोशित परिजनों ने इमरजेंसी में रखे बीएसटी पुर्जा को फाड़ दिया। इधर परिजनों ने बताया कि चिकित्सकों ने ही बीएसटी फाड़ा है।

मृतक किशोर के परिजनों का कहना था कि मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन बिजली कटने पर समय पर जेनरेटर नहीं चालू किया गया। जेनरेटर चालू नहीं किए जाने से किशोर ने दम तोड़ दिया।

डॉक्टर से मोबाइल और चेन छीनने का आरोप

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रवि रंजन कुमार रमण ने बताया कि शिशु रोग विभाग में कार्यरत डॉ। धर्मेंद्र कुमार व डॉ। जय किशोर के साथ मारपीट किया गया है। आक्रोशित लोगों ने डॉ। जय कुमार का मोबाइल व चेन छीना है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि घटना के बाद जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने लापरवाही के लिए अधीक्षक व विभागाध्यक्ष को जिम्मेवार ठहराते हुए इस्तीफा की मांग किए है। उन्होंने तैनात सुरक्षाकर्मियों को अविलंब हटाने का मांग किया है।

- 10 नवंबर को हुआ था भर्ती

मृतक के परिजनों ने बताया कि खुशरूपुर निवासी हृदय सिंह के डेंगू पीडि़त 13 वर्षीय पुत्र रजनीश को दस नवंबर को शिशु रोग विभाग के इमरजेंसी में डॉ। सुनील कुमार के यूनिट में भर्ती कराया गया था। विभागाध्यक्ष डॉ। विनोद कुमार सिंह ने बताया कि किशोर मरीज डेंगू शाक्स सिड्रोम से पीडि़त था। किशोर को गंभीरावस्था में भर्ती कर वेंटिलेटर पर इलाज किया जा रहा था। विभागाध्यक्ष का दावा है कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है। शनिवार की दोपहर ढाई बजे किशोर की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। आक्रोशित पिता हृदय सिंह व संबंधी ¨रकू देवी का आरोप था कि इलाज में चिकित्सकों व नर्सों द्वारा लापरवाही बरतने से किशोर की मौत हुई है। बिजली कटने पर समय पर जेनरेटर नहीं चालू करने से किशोर ने दम तोड़ा है।

- हंगामे के बाद किया कार्य बहिष्कार

किशोर की मौत के बाद आक्रोशित परिजन शिशु विभाग के इमरजेंसी में कार्यरत डॉ। धर्मेंद्र कुमार व डॉ। जय कुमार से हाथापाई किए। आक्रोशित परिजनों ने विभागाध्यक्ष के कक्ष में भी तोड़फोड़ किया। हंगामा की सूचना मिलते ही अस्पताल सुरक्षाकर्मी व पुलिसकर्मी ने आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित किया। घटना के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने अस्पताल के विभिन्न विभागों में घूमते हुए कार्य बहिष्कार किया। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रवि रंजन कुमार रमण ने बताया कि घटना के बाद जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए हैं।

- मरीजों व परिजनों के बीच हड़कंप

जूनियर डॉक्टरों के अचानक हड़ताल पर चले जाने की खबर मिलते ही इमरजेंसी में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के बीच हड़कंप मच गया। सीनियर डॉक्टर इमरजेंसी में मरीजों का इलाज कर रहे हैं। अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों का पलायन शुरू हो गया है। अस्पताल में भर्ती मरीज व परिजनों में जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ गहरा आक्रोश दिखा।

- सीसीटीवी फुटेज की हो रही जांच

आलमगंज थाना के अपर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि जूनियर डॉक्टर व मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन दिया गया है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाल दोषियों पर कार्रवाई होगी।