नई दिल्ली (एएनआई)। भारत ने शुक्रवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित 'रुद्रम' एंटी-रेडिएशन मिसाइल का शुक्रवार को सफल परीक्षण किया। यह पूर्वी तट से दूर सुखोई -30 लड़ाकू विमान से किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परीक्षण की सफलता के लिए डीआरडीओ सहित अन्‍य सभी को बधाई देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि नई पीढ़ी की एंटी-रेडिएशन एंटी-मिसाइल (रुद्रम -1) जो भारतीय वायु सेना के लिए DRDO द्वारा विकसित भारत की पहली स्वदेशी एंटी-रेडिएशन मिसाइल है, का आज ITR, बालासोर में सफल परीक्षण किया गया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए DRDO और अन्य हितधारकों को बधाई।

देश की पहली स्वदेशी एंटी रेडिएशन मिसाइल

आधिकारिक बयान के अनुसार, रुद्रम डीआरडीओ द्वारा विकसित की जा रही भारतीय वायु सेना के लिए देश की पहली स्वदेशी एंटी रेडिएशन मिसाइल है, और लॉन्च प्लेटफॉर्म के रूप में एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान पर एकीकृत है, जिसमें लॉन्च की स्थिति के आधार पर अलग-अलग रेंज की क्षमता है। इसमें कहा गया है कि इसमें अंतिम हमले के लिए पैसिव होमिंग हेड के साथ INS-GPS नेविगेशन है। RUDRAM ने पिनपॉइंट सटीकता के साथ रेडिएशन टारगेट को हिट किया। पैसिव होमिंग हेड, प्रोग्राम किए गए फ्रीक्वेंसी के एक विस्तृत बैंड पर लक्ष्यों को पहचान, वर्गीकृत और निशाना बनाने का काम कर सकता है।

दुश्मन के लिए घातक है ये हथियार

बयान में कहा गया है कि मिसाइल भारतीय वायु सेना के लिए दुश्‍मन की एयर डिफेंस प्रणाली को निष्प्रभावी बनाने के लिए एक शक्तिशाली हथियार है। आगे यह भी कहा कहा गया है, 'इसके साथ, देश ने दुश्मन रडार, संचार साइटों और अन्य आरएफ उत्सर्जक लक्ष्यों को बेअसर करने के लिए लंबी दूरी की हवा से लॉन्च की जाने वाली एंटी-रेडिएशन मिसाइल विकसित करने के लिए स्वदेशी क्षमता विकसित की है।

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