-चंदन के एनकाउंटर की अफवाह से हलकान रही पुलिस

- पब्लिक के साथ ही पुलिसवाले भी एनकाउंटर की पुष्टि करने में परेशान रहे

- लापरवाही के आरोप में एसएसपी ने भंग की एसओजी

GORAKHPUR: हिस्ट्रीशीटर लाल बहादुर सिंह पर हमले के ख्ब् घंटे के भीतर चंदन सिंह सहित तीन लोगों के एनकाउंटर की अफवाह फैली रही। वेंस्डे नाइट पब्लिक के साथ ही पुलिसवाले भी इस अफवाह से परेशान रहे। पुलिस अधिकारियों ने ऐसी किसी घटना से इंकार किया, लेकिन लोग देर रात तक इसकी पुष्टि करने में लगे रहे। वहीं चंदन के गांव के लोगों ने भी इसकी पुष्टि करने की कोशिश की।

बड़हलगंज के पटनाघाट, खोराबार में हुआ एनकाउंटर

बड़हलगंज के पटनाघाट में एनकाउंटर की सूचना की पुष्टि के लिए लोग एसओ ज्ञानेंद्र राय से पूछते रहे। मैरेज पार्टी में इस पर चर्चा होती रही। कुछ देर बाद लोगों ने बताया कि खोराबार में एनकाउंटर हुआ है। इसी तरह से पल-पल में जितनी सूचनाएं आई, उसमें थाना बदलता चला गया। कभी कैंट तो कभी चिलुआताल थाना क्षेत्र में एनकाउंटर होने की बातें होती रही।

एसएसपी ने भंग की एसओजी, लगे हैं आरोप

चंदन को निबटाने के लिए पुलिस की मदद करने में लगे लाल बहादुर यादव की हत्या को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है। सक्रियता के बावजूद लाल बहादुर की हत्या होने से लापरवाही का आरोप लगने लगा है। एसओजी की निष्क्रियता पर गंभीरता से कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने एसओजी को भंग कर दिया है। यहां बता दें कि चंदन सिंह के खास बिसई सिंह की गिरफ्तारी से अफसर खुश नहीं थे। अफसरों का मानना था कि बिसई का पीछा करके चंदन तक आसानी से पहुंचा जा सकता था, लेकिन एक दारोगा की तेजी से मामला खराब हो गया।

ऐसी कोई जानकारी नहीं है। पटनाघाट में किसी का एनकाउंटर नहीं हुआ। हमने पास पड़ोस के जिलों में इसकी पुष्टि कर ली है।

ज्ञानेद्र राय, एसओ बड़हलगंज