- छह गुना हो गई वाहनों की फिटनेस फीस, विभाग अभी भी वसूल रहा 100 रुपए

- न आया नोटिफिकेशन और अपडेट हो सका आरटीओ के सिस्टम का सॉफ्टवेयर

Meerut । वाहन फिटनेस जांच संबंधी सुविधाओं और सर्टिफिकेट लेने में आने वाली दिक्कतों को लेकर जहां सरकार ने वाहन स्वामियों को राहत प्रदान की है। वहीं फिटनेस फीस में छह गुना तक वृद्धि कर साथ ही साथ उनको झटका भी दिया है। लेकिन मेरठ शहर की स्थिति कुछ और है। सरकारी अधिसूचना और नियमन के बावजूद भी यहां पिछले कई दिनों से वाहन फिटनेस के पुराने चार्ज ही वसूले जा रहे हैं।

ये है नियम

नए नियमों के अनुसार अब वाहन स्वामी अब किसी भी राज्य के टेस्टिंग स्टेशन पर फिटनेस टेस्ट कराकर रजिस्ट्रेशन वाले राज्य से फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं। जबकि दूसरी बार फिटनेस टेस्ट रजिस्ट्रेशन वाले राज्य में ही कराना होगा। इसके साथ ही फिटनेस टेस्ट को मैन्युअल और ऑटोमैटिक में विभाजित कर उनकी फीस पुन: निर्धारित कर दी गई है।

बॉक्स

वाहन-मैन्यूअल-स्वचलित

मोटर साइकिल - 200 रुपए- 400 रुपए

तिपहिया वाहन - 400 रुपए - 600 रुपए

भारी वाहन - 600 रुपए -1000 रुपए

(अभी तक केवल फिटनेस की मैन्यूअल जांच ही होती थी, जिसकी फीस केवल 100 रुपए ही ली जाती थी)

पुरानी फीस से लाखों का फटका

चौंकाने वाली बात यह है कि जहां नया नियम राजपत्र में उसके प्रकाशन से ही लागू होने थे, वहीं 28 नवंबर को प्रकाशित होने वाली अधिसूचना के बावजूद भी अभी तक वाहनों के फिटनेस फीस के रूप में पुराने चार्ज ही वसूले जा रहे हैं। ऐसे में सरकार को रोजाना न केवल लाखों रुपए का फटका लग रह है, वहीं भारत सरकार द्वारा लागू किए गए नियमों की धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं।

हमें अभी तक नई नियमावली के आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। जबकि अभी तक सिस्टम और सॉफ्टवेयर भी अपडेट नहीं है। आदेश प्राप्त होते ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

-रंजीत सिंह, एआरटीओ प्रशासन

ऑटोमेटिक व मैन्यूअल

दरअसल, वाहन की ऑटोमेटिक फिटनेस प्रकिया के अंतर्गत टेस्टिंग मशीन वाहन की फिटनेस चेक करती है। इस दौरान किसी भी पार्ट में खराबी या फिटनेस खराब होने पर मशीन से ही इसका रिकॉर्ड तय होता है। अभी तक यह फिटनेस चेक करने की यह पद्धति हमारे यहां नहीं है। जबकि मैन्युअल फिटनेस चेक के दौरान ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का कर्मचारी गाड़ी का खुद मुआयना करता है। व खुद के निरीक्षण के आधार पर फिटनेस सर्टिफिकेट बनाता है।

फैक्ट फीगर

- रोजाना फिटनेस वाले वाहनों की संख्या 50

- एक वाहन की फिटनेस के लिए जाते थे 100 रुपए

- अब एक वाहन का फिटनेस चार्ज 200 से 600 रुपए

- औसतन एक वाहन का फिटनेस चार्ज होगा 400 रुपए

- विभाग को प्रति वाहन हो रहा नुकसान 300 रुपए

- फिटनेस चार्ज में विभाग को हो रहा प्रतिदिन नुकसान 15000 रुपए

- 12 दिन में विभाग को हुआ कुल नुकसान 1.80 लाख रुपए