SS हॉस्पिटल BHU में हॉस्पिटल मैनेजमेंट एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम नहीं हो सका शुरू

एक महीने पहले VC ने किया था इस नयी फैसिलिटी का इनॉगरेशन, लेकिन पेशेंट्स को नहीं मिला लाभ

VARANASI: पूर्वाचल के एम्स की पहचान रखने वाले एसएस हॉस्पिटल में पेशेंट्स को लगातार बेहतर फैसिलिटीज प्रोवाइड कराने की कोशिश की जाती हैं। इसी क्रम में लगातार कुछ न कुछ नया प्रयास भी किया जाता है लेकिन कभी कभी इन प्रयासों में कमी भी दिखायी देने लगती है। ऐसा ही एक प्रयास हॉस्पिटल मैनेजमेंट एण्ड इंफॉरमेशन सिस्टम भी है जिसका उद्घाटन बीते पांच जुलाई को वीसी ने किया था लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी इस सुविधा का लाभ पेशेंट्स तक नहीं पहुंच पाया है।

पेपरलेस करने की थी कवायद

एचएमआईएस के तहत हॉस्पिटल को पेपरलेस कर देने की कवायद थी। तकरीबन क्ख् करोड़ खर्च किया गया और हॉस्पिटल में तारों का नेटवर्क बिछाया गया। सभी डिपार्टमेंट्स को कंप्यूटर के जरिये आपस में जोड़ा गया लेकिन यह सिस्टम अब तक चालू नहीं हो सका है। कवायद थी कि पेशेंट्स को रजिस्ट्रेशन कराने और डॉक्टर्स के पास अपनी रिपोर्ट का पुलिंदा लेकर जाने की जरूरत खत्म हो जायेगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। मरीज आज भी क्0क् नंबर काउंटर पर लंबी लाइन लगाकर मैन्युअली ही पर्चा कटाते हैं। पेशेंट्स की सुविधा के लिए शुरू की गयी इस योजना का लाभ इनॉगरेशन के एक महीने बाद भी पेशेंट्स तक नहीं पहुंच पा रहा है।

कई हैं रुकावटें

सिस्टम को पूरी तरह से हॉस्पिटल में शुरू करने में कई रुकावटें सामने आ रही हैं। जिसमें एक स्टाफ को ट्रेनिंग का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है और दूसरे डेटा एंट्री का काम अभी चल ही रहा है। तीसरा और सबसे जरूरी यूनिक आईडेंटिफिकेशन कार्ड यूआईडी जो पेशेट्स के रजिस्ट्रेशन के समय उन्हें देना था वह भी तैयार होकर नहीं आया है। हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन जल्द इन रुकावटों को दूर करने में लगा हुआ है। आईएमएस के डायरेक्टर प्रो। आरजी सिंह के अनुसार एचएमआईएस का काम लगभग कंप्लीट चुका है कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम्स हैं। उन्हें भी जल्द ही दूर कर सिस्टम को हॉस्पिटल में शुरू कर दिया जायेगा।