कानपुर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं। मगर इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी लंबा रास्ता तय किया और इस सफर की शुरुआत हुई थी 14 अगस्त 1990 से। जी हां यही वो दिन है जब 17 साल के सचिन के बल्ले से पहला अंतरराष्ट्रीय शतक निकला हालांकि ये टेस्ट शतक था मगर तेंदुलकर को वनडे में तिहरे अंक तक पहुंचने के लिए चार साल और इंतजार करना पड़ा था। साल 1994 में 9 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में सचिन के बल्ले से पहला वनडे शतक निकला।

वो एतिहासिक मैच

यह मुकाबला कोलंबो में खेला जा रहा था। उस वक्त टीम इंडिया की कप्तानी मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों में थी। सिंगर वर्ल्ड सीरीज के इस मुकाबले में अजहर ने टाॅस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया। भारत की तरफ से मनोज प्रभाकर और सचिन तेंदुलकर ओपनिंग के लिए आए। तब कंगारु टीम में शेन वार्न और मैक्ग्राथ जैसे दिग्गज गेंदबाज थे जिनका सामना करना आसान नहीं था। भारत को पहला झटका प्रभाकर के रूप में लगा जब वार्न ने उन्हें 20 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया। एक ओर विकेट गिर रहे थे तो दूसरी तरफ सचिन क्रीज पर जम चुके थे।  

77 वनडे मैचों से कर रहे थे इंतजार
टीम इंडिया के विकेट थोड़े-थोड़े अंतराल पर गिरते जा रहे थे। सचिन ने सभी बल्लेबाजों के साथ छोटी-छोटी साझेदारी कर अपनी पारी को आगे बढ़ाया। देखते-देखते भारत ने 173 रन पर अपने तीन विकेट गंवा दिए। लेकिन पिच पर एक युवा बल्लेबाज अलग ही रंग में नजर आ रहा था। वो और कोई नहीं बल्कि 21 साल के सचिन तेंदुलकर थे। सचिन ने नवंबर 1989 में वनडे करियर का आगाज किया था और पिछले पांच सालों से अपने पहले वनडे शतक की तलाश में थे। इस दौरान तेंदुलकर ने 77 वनडे खेल लिए थे।


110 रनों की पारी खेली
इस बार सचिन के पास खुद को साबित करने का एक बड़ा मौका था। सचिन ने इसे कर दिखाया। इस शानदार बल्लेबाज ने संयमित अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 130 गेंदों पर 110 रनों की पारी खेली जिसमें 8 चौके 2 छक्के शामिल थे। ये सचिन के वनडे करियर का पहला शतक था हालांकि ये शतक भारत की जीत के काम भी आया। इस मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से हराया था।

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वनडे में लगाए 49 शतक
पहला वनडे शतक लगाने में सचिन को जहां पांच सालों तक इंतजार करना पड़ा था वहीं उसके बाद उन्होंने शतक पे शतक लगाकर इतिहास रच दिया। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 100 शतक जड़े जिसमें टेस्ट क्रिकेट के 51 और वनडे क्रिकेट के 49 शतक शामिल रहे। वो टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बने और आज भी वो क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज माने जाते हैं।

 

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