नई दिल्ली (एएनआई)। भारतीय पहलवान और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर एथलीटों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बजरंग ने एएनआई को बताया, "सबसे पहले, हमें कोरोनोवायरस से लडऩे की जरूरत है। इस समय पूरी दुनिया में स्थिति बहुत गंभीर है और इस समय ओलंपिक होना बहुत बड़ी बात है और हमें नहीं पता कि यह (कोरोना वायरस) कब तक चलेगा।"

ओलंपिक से जरूरी है एथलीटों की सुरक्षा

उन्होंने कहा, "अगर कोरोनोवायरस को नियंत्रित करने के बाद ओलंपिक आयोजित किया जाता है, तो इससे सभी एथलीटों को फायदा होगा। ऐसे माहौल में पहले सुरक्षा और फिर ओलंपिक है।" बता दें पूनिया का यह बयान तब आया जब कनाडाई ओलंपिक समिति (सीओसी) ने आगामी 2020 ओलंपिक और पैरालिम्पिक खेलों में अपने एथलीटों को नहीं भेजने का फैसला लिया है। स्टार भारतीय पहलवान ने भी सभी से आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया क्योंकि महामारी लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने आगे कहा, 'ओलंपिक में तमाम देशों के सैकड़ों एथलीट जमा होते हैं ऐसे में कोविड-19 के बारे में सामाजिक दूर की सलाह का पालन नहीं किया जा सकता है। एथलीटों को इस एहतियात को गंभीरता से लेने की आवश्यकता होगी यदि वे बीमारी से निपटने से बचना चाहते हैं।'

स्थगन को लेकर जल्द होगा फैसला

टोक्यो ओलंपिक खेलों के कार्यक्रम पर इस समय काफी संदेह बना हुआ है। यह टूर्नामेंट 24 जुलाई से 9 अगस्त तक आयोजित किया जाना है मगर यह संभव हो पाएगा या नहीं, इसका फैसला लेना बाकी है। सोमवार को, ऑस्ट्रेलिया ओलंपिक समिति ने कहा कि देश के एथलीटों को एक विलंबित ओलंपिक की तैयारी करनी चाहिए। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने रविवार को कहा कि कोरोनो वायरस के मद्देनजर 2020 टोक्यो ओलंपिक के संभावित स्थगन पर अंतिम निर्णय चार सप्ताह में किया जाएगा।