वाशिंगटन (एएनआई)। अमेरिका के न्यूयॉर्क में शुक्रवार को एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान सलमान रुश्दी की गर्दन और पेट में चाकू मार दिया गया। वह इस समय वेंटिलेटर पर हैं। कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने हमलावर की पहचान 24 वर्षीय हादी मतर के रूप में की है, जो कथित तौर पर न्यू जर्सी का रहने वाला है। सलमान पर हुए हमले की दुनिया भर के लोग घोर निंदा कर रहें हैं। इसी बीच कंगना रनोट ने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक और दिन जिहादियों द्वारा एक और भयावह काम। सैटेनिक वर्सेज अपने समय की सबसे बड़ी किताबों में से एक है।

बुक की वजह से मिल रही थी धमकियां

बॉम्बे में पैदा हुए 75 वर्षीय सलमान रुश्दी को 'द सैटेनिक वर्सेज' उपन्यास लिखने के कारण कई सालों से उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही थी। भारत सहित कई देशों में इस बुक को बैन कर दिया गया था। इसी के साथ ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च नेता द्वारा रुश्दी के खिलाफ फतवा शुरू कर दिया गया था। सलमान के एजेंट ने कहा कि उनके हाथ की नसें और लीवर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। चिकित्सा स्थिति के अनुसार उनकी एक आंख भी जा सकती है।पुलिस ने बताया कि घटना के दौरान सलमान रुश्दी के साथ इंटरव्यूअर पर भी हमला किया गया और उसके सिर में मामूली चोट आई है।

बोरिस जॉनसन ने दी प्रतिक्रिया

ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने एक ट्वीट में कहा कि इस बात से दुखी हूं कि सर सलमान रुश्दी को एक इंवेंट के दौरान चाकू मार दिया गया है,अभी मेरे विचार उनके प्रियजनों के साथ हैं। हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि वह ठीक हों। एक अमेरिकी उपन्यासकार खालिद होसैनी ने कहा कि वह उनके ठीक होने के लिए प्रार्थना करेंगे। होसैनी ने उन्हें एक आवश्यक आवाज बताते हुए कहा कि वह रुश्दी पर इस हमले से भयभीत है। सलमान रुश्दी 1981 में अपने दूसरे उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' के साथ सुर्खियों में आए। इस पुस्तक ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के चित्रण के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रशंसा और ब्रिटेन का प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार जीता था।

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