मुलायम के फैसले को पार्टी में न मानने पर उठाए सवाल

आगामी आठ जुलाई को गाजीपुर में कौएद करेगा सम्मेलन

LUCKNOW: समाजवादी पार्टी से विलय रद होने के बाद कौमी एकता दल ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान पूर्वाचल में अपनी ताकत का अहसास करायेगी। पार्टी के संस्थापक अफजाल अंसारी ने मंगलवार को डालीबाग स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से कहा कि मुलायम सिंह यादव ने हमेशा हम लोगों को धोखा दिया। विधान परिषद और राज्यसभा चुनाव में वोट लेने के बाद खुद पार्टी में शामिल होने का मौका दिया था। बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी ब्रांडिंग के लिए उनके फैसले का सम्मान नहीं किया। सरकार पर हमला बोला कि प्रदेश में विकास कार्य ठप है, किसान बेहाल हैं।

कई बार दी सपा को मात

अफजाल ने दावा किया कि उन्होंने कई बार सपा के प्रत्याशी को करारी शिकस्त दी है। यहां तक कि सपा और बसपा के संयुक्त प्रत्याशी तक को हरा चुके हैं। विलय रद होने पर बोले कि इससे न सिर्फ उन्हें बल्कि पूर्वाचल की जनता को गहरा आघात पहुंचा है। उन्होंने तारीखों का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह क्रॉस वोटिंग पर आमादा सपा विधायकों के डर से सपा के वरिष्ठ नेताओं ने वोट के लिए उनसे संपर्क किया। बाद में उनकी मुलाकात सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से करायी। मुलायम ने उन्हें फिरकापरस्त ताकतों को चुनाव में हराने के लिए सपा में आने को कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को आगे बढ़ाने के लिए मुलायम रोजाना नये पैतरे आजमाते है। इससे पहले बिहार चुनाव में भी उन्होंने इसी तरह गठबंधन तोड़ दिया था।

खुद पर गर्व है

अफजाल ने कहा कि हमें यह बताने में गर्व महसूस होता है कि हम उस डा। मुख्तार अहमद अंसारी के वंशज हैं जो 1926 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे और आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया था। मुख्तार अंसारी उस परिवार का वंशज है जिसके नाना बिग्रेडियर मोहम्मद उस्मान अंसारीने पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान कुर्बान कर दी। बाद में उन्हें महावीर चक्र दिया गया। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सूबे में भाजपा की सरकार को आने से रोकना है। इसके लिए वे आगामी आठ जुलाई को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद युसुफपुर में एक बड़ा सम्मेलन करेंगे।