- चंदन के पेड़ों पर छाया रहता है हर समय संकट

-पहले भी तमाम पेड़ हो चुके हैं चन्दन के चोरी

आगरा। तस्करों के टारगेट पर बने रहने वाले चन्दन के पेड़ों पर आगरा में संकट बना हुआ है। दो दिन पहले चन्दन की चोरी का यह पहला मामला नहीं था। बल्कि, इससे पहले भी तमाम चन्दन के पेड़ चोरी कर लिए गए। इतने सबके बाद भी चन्दन की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार विभाग के आला अधिकारी लापरवाह ही बने हुए हैं। चन्दन की सुरक्षा में कहां-कहां है झोल, पढि़ए आई नेक्स्ट की खास रिपोर्ट में।

ताज के पास गार्डन में हैं चन्दन

दुनिया के अजूबे ताजमहल के करीब हरा-भरा जो भूभाग है। यह शाहजहां गार्डन का ही हिस्सा है। इसी गार्डन के अंदर बहुत ही कीमती और महत्वपूर्ण चन्दन के पेड़ लगे हुए हैं। तकरीबन आठ-दस साल से अधिक आयु के इन पेड़ों को लोग पहचानते भी हैं। बस यही पहचान इन पेड़ों की दुश्मन बनी हुई है।

सुरक्षा के लिए लगी ग्रिल हैं गायब

चन्दन के पेड़ों की सुरक्षा के लिए गार्डन के चारों तरफ ऊंची-ऊंची ग्रिल लगी हुई हैं। कोई व्यक्ति अंदर दाखिल नहीं होने पाए, इसलिए लोहे की भारी-भरकम इस ग्रिल का ऊपरी हिस्सा भालेनुमा नुकीला है। लेकिन, पूरे शाहजहां गार्डन की इस ग्रिल के भारी-भारी हिस्से तमाम स्थानों से गायब हैं। बात अकेले शाहजहां गार्डन की ही करें तो तकरीबन एक दर्जन से भी अधिक स्थानों से गार्डन में चोरी-छिपे बहुत ही आसानी से एंट्री की जा सकती है। इसी का फायदा चन्दन चोरी करने वाले तस्कर उठा लेते हैं।

सर्किट हाउस का भी है यही हाल

शाहजहां गार्डन के साथ ही साथ ताजमहल के नजदीक सर्किट हाउस दूसरा स्थान है जहां पर चन्दन के पेड़ लगे हुए हैं। ब्रिटिश काल में निर्मित सर्किट हाउस के चारों तरफ भी काफी ग्रीन एरिया है। इस एरिया में भी बहुत सारे चन्दन के पेड़ हैं। शाहजहां गार्डन की तरह ही पुरानी मंडी की ओर जाने वाली सड़क की तरफ वाले हिस्से को सर्किट हाउस की ओर से भी ग्रिल से कवर किया गया है। लेकिन, इस अति महत्वपूर्ण स्थान की ग्रिल भी बीच-बीच में तमाम स्थानों से गायब है। जहां से कोई भी व्यक्ति किसी भी समय बहुत ही आसानी से सर्किट हाउस के ग्रीन एरिया में दाखिल होकर चन्दन के पेड़ों तक अपनी पहुंच बना सकता है। इसी का नतीजा है कि इस एरिया से भी पूर्व में चन्दन का पेड़ चोरी हो चुका है। राष्ट्रीय महत्व के संरक्षित मॉन्युमेंट रामबाग के अंदर भी इस अति महत्वपूर्ण प्रजाति के पेड़ लगे हुए हैं। इस मॉन्युमेंट की ऊंची-ऊंची चारदीवारी है। एक लम्बा-चौड़ा गेट हैं, जहां पर चौबीसों घंटे पहरा बना रहता है। फिर भी तकरीबन पांच-छह साल पूर्व इस मॉन्युमेंट के अंदर से चोर चन्दन का पेड़ काटकर ले गए। सुबह जानकारी होने पर तत्कालीन मॉन्युमेंट के संरक्षण सहायक द्वारा थाना एत्माद्उद्दौला में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।

ताज में भी सुरक्षित नहीं चन्दन

ऐसा नहीं है कि चन्दन के पेड़ शाहजहां गार्डन एरिया में ही असुरक्षित हैं, ताजमहल के अंदर खड़े चन्दन के पेड़ों पर भी आरी चल चुकी है। यह हाल तो तब है जबकि ताजमहल के अंदर सीआईएसफ के जवान चौबीसों घंटे अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर पहरेदारी करते हैं। ताजमहल के अंदर से चन्दन चोरी का खुलासा पूर्व में आई नेक्स्ट द्वारा किया जा चुका है।

यहां हैं चन्दन के पेड़

-शाहजहां गार्डन

-ताजमहल

-सर्किट हाउस

-रामबाग

अपने आप उगता है चन्दन

उद्यान विशेषज्ञ भूदत्त शर्मा का कहना है कि चन्दन का पेड़ आगरा में रोपित नहीं किए जा सकते हैं। आगरा की जमीन में बीज से भी ये पैदा नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि ताज नगरी में जहां कहीं भी चन्दन के पेड़ हैं वो सभी स्वत: ही उगे हुए हैं। चन्दन को आगरा की जमीन में उगाने के तमाम प्रयास फेल हो चुके हैं। यही नहीं छोटे पौधे की शिफ्टिंग की भी अब तक कोशिशें भी नाकाम ही रही हैं।