- डॉ। संजय गोविंद धांडे, डॉ। एएस किरन कुमार और डॉ। रघुराम राजन को मिल सकती है मानद उपाधि

- यूनिवर्सिटी के 13वें दीक्षांत समारोह में सम्मानित करने के लिए भेजा गया प्रस्ताव

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू)) इस साल होने वाले अपने क्फ्वें दीक्षांत समारोह में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) कानपुर के पूर्व डायरेक्टर डॉ। संजय गोविंद धांडे को मानक उपाधि से सम्मानित करने की तैयारी कर रही है। यूनिवर्सिटी ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनके बेहतर योगदान के लिए उनको सम्मानित करने का फैसला लिया है। एकेटीयू प्रशासन की ओर से डॉ। धांडे का नाम मानद उपाधि के लिए मंजूरी के लिए राज्यपाल को भेजा गया है। जिस पर अगले एक-दो दिन में गवर्नर के यहां से सहमति मिलने की उम्मीद है। उनके नाम के साथ एकेटीयू प्रशासन ने दो अन्य नामों का प्रस्ताव गर्वनर के पास भेजा है। जिसमें आरबीआई के गवर्नर डॉ। रघुराम राजन और इसरो के चैयरमैन एएस किरन कुमार का नाम शामिल है। वहीं चीफ गेस्ट के तौर पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह, एमएचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी और चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव का नाम चल रहा है।

देश के जाने माने तकनीकी विशेषज्ञ है डॉ। धांडे

आईआईटी कानपुर के पूर्व डायरेक्टर प्रो। संजय गोविंद धांडे मौजूदा समय में अस्थाई रूप से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (ग्वालियर) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ये इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग जबलपुर के संस्थापक निदेशक भी रह चुके हैं। इसके अलावा टेलीकॉम रेगुलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पार्ट टाइम सदस्य भी रहे। मौजूदा समय में प्रधानमंत्री की साइंटफिक एडवाइजरी काउंसिल के सदस्य हैं। इनके ओर से द इंडियन एरोनोटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के लिए तैयार की गई कैड टेक्नोलॉजी ऑटोले का इस्तेमाल विश्व भर में कई एयरक्राफ्ट निर्माता कर रहे हैं। ख्0क्फ् में प्रो। धांडे के योगदान के लिए उन्हें पदम श्री के सम्मान भी मिल चुका है।

एसएस किरन कुमार इसरो के हैं चैयरमैन

एएस किरन कुमार जनवरी ख्0क्भ् से इस पद पर नियुक्त हैं। इससे पहले वह इसरो में स्पेस एप्लिकेशन सेंटर के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। इन्हीं की निगरानी में इसरो ने चंद्रयान-ख् सहित कई वैज्ञानिक सफलताओं को अंजाम दिया हैं। बतौर सह-निदेशक इसरो में संचार, नौ संचालन, सूक्ष्म तरंग और सुदूर संवेदन नीतभारों की अभिकल्पना व निर्माण से भी जुड़े रहे हैं। इन्होंने इसरो प्रमुख के साथ अंतरिक्ष विभाग के सचिव तथा अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष का दायित्व भी संभाला। कर्नाटक के बेंगलुरु में क्9भ्ख् में जन्मे अलुर सीलिन किरण कुमार ने नेशनल कॉलेज बेंगलुरू यूनिवर्सिटी से क्9म्क् में भौतिक विज्ञान में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। यहीं से उन्होंने क्9म्फ् में इलेक्ट्रनिकी में डैब और इसके बाद क्9म्भ् में भारतीय विज्ञान संस्थान (बेंगलुरु) से भौतिक इंजीनियरिंग में एमटेक की डिग्री हासिल की। क्9म्भ् में इसरो में काम करना शुरू किया। उन्होंने वायुवहित, लिओ और जिओ प्लेटफार्म आधारित प्रतिबिंबन संवेदकों की अभिकल्पना एवं विकास में योगदान दिया, जिसमें भास्कर टीवी नीतभार से शुरू कर चंद्रयान-क् मिशन के लिए नवीनतम टीएमसी और हाईसाई नीतभार शामिल हैं।

डॉ। रघुराम राजन आरबीआई के ख्फ्वें गर्वनर

व‌र्ल्ड के टॉप टेन अर्थशास्त्रियों में से एक रघुराम गोविंद राजन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ख्फ्वें गवर्नर हैं। वे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आर्थिक सलाहकार रह चुके हैं। क्97भ् में आईआईटी दिल्ली से इंलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। यहां निदेशक द्वारा बेस्ट ऑल राउंड अचीवमेंट का गोल्ड मेडल दिया गया। इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। ख्00फ् में अमेरिकन फिनांस एसोसिएशन द्वारा ब्0 वर्ष के कम उम्र के अर्थशस्त्रियों के लिए किए गए ऑवर्ड शो कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उन्हें सेंटर फॉर फिनांस स्टडी द्वारा फिनस इकनोमिक्स में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए भ्वीं डयूश बैंक पुरस्कार दिया गया।