IPL की हर गेंद पर लग रहा है सट्टा, करोड़ों के वारे-न्यारे

पुलिस की कार्रवाई के बाद भी सट्टा बाजार पर कोई असर नहीं

ajeet.singh@inext.co.in

ALLAHABAD: आईपीएल का दसवां सीजन समापन की ओर है। इस मौके को कैश करने के लिए सट्टेबाजों ने आनलाइन जाल फैला दिया है। हर गेंद पर लगने वाले सट्टे पर रोज करोड़ों के वारे-न्यारे हो रहे हैं। अभी सट्टेबाज पुलिस की पहुंच से दूर हैं तो इसलिए क्योंकि उनका पूरा बिजनेस आनलाइन और फोन कॉल पर चल रहा है।

हरगेंद पर लग रहा सट्टा

कानपुर में बड़ा खुलासा होने के बाद शुक्रवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने चेक किया तो पता चला कि ज्यादातर दुकानदार इसमें इनवाल्व हैं। वे सट्टा खेलने के लिए दो फोन का इस्तेमाल करते हैं। एक फोन पर सामने मैच का स्कोर हर गेंद पर दिखता है और दूसरे फोन से वे सट्टा लगा रहे होते हैं। हर डील का रेट अलग-अलग है। चौके-छक्के का अलग रेट है तो आउट होने का अलग। डॉट बॉल का रेट अलग फिक्स है तो पचासा और सैकड़ा का रेट अलग। कुछ इन सारे में इनवाल्व हैं तो कुछ सिर्फ हार जीत पर पैसा लगाते हैं।

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टीवी-मोबाइल पर टिकी निगाहें

आईपीएल के मैच शुरू होते ही सट्टा बाजार एक्टिव हो जाता है। खिलाड़ी संभव हो तो टीवी नहीं तो मोबाइल स्क्रीन पर डट जाते हैं। इसके चलते गलियां शाम होते ही सूनी नजर आने लगती हैं तो मार्केट प्लेस देर रात तक गुलजार रहते हैं। एक सट्टेबाज की मानें तो शहर में सट्टेबाजी किसी एक स्थान से नहीं होती। वह सट्टा खेलवाने वालों के सम्पर्क में सीधे रहते हैं। खास तौर पर एक बड़ा वर्ग मुट्ठीगंज का है। यहां सट्टा लगाने वाले लाखों रुपए से कम नहीं लगाते है। मुंडेरा, सुलेमसराय, बैहराना, दारागंज, करेली, कीडगंज, सोहबतिबाग, अल्लापुर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के आस पास, सिविल लाइन इलाकों में भी सट्टेबाज एक्टिव हैं।

सट्टे का दायरा

सट्टा टॉस से लेकर जीत-हार तक लग रहा है

कौन खिलाड़ी अधिक रन बनाएगा

कौन बैट्समैन कितनी सेंचुरी लगाएगा

बॉलर्स पर भी रुपये लगाए जा रहे हैं

पहले ओवर में कितने रन बनेंगे, पावर प्ले में कितना रन बनेगा

कितने रन पर कितना विकेट गिरेगा

ऐसे होता है गेम

मोबाइल और इंटरनेट के जरिए चल रहा है सट्टा मार्केट

टोकन नंबर की मदद से लोकल एजेंट अपने आका के सम्पर्क में रहते हैं।

उनके ही निर्देश पर भाव खोला और बंद किया जाता है।

मैच शुरू होने से एक घंटा पहले खुलता है भाव

जिसका रेट कम उसके जीत के चांसेस ज्यादा होते हैं

हर कोई आजमा रहा है लक

सट्टे में सबसे अधिक रुपये लगाने वाले सर्राफ और बड़े कारोबारी हैं।

वर्किग परसन भी सट्टा में रुपये लगाने में पीछे नहीं है.ं

रेस्तरां और क्लबों में छोटे स्तर पर लगने वाले सट्टा में लेडीज भी हाथ आजमा ले रही हैं।

सट्टा बाजार में स्टूडेंट्स भी अपना लक आजमा रहे हैं।

पिछले महीने पुलिस ने पकड़ा था

अप्रैल महीने में धूमनगंज पुलिस ने एक बंद पड़े घर में छापा मार कर सात मोबाइल फोन, 89 हजार रुपए,रजिस्ट्रर और सट्टा पर्चियां जब्त की थी। मौके से पुलिस टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। कंधईपुर निवासी वीरेन्द्र कुमार यादव व जौनपुर निवासी विकास यादव के साथी भाग गए थे। फरार आतिश उर्फ संजय चौहान, ऋषि त्रिपाठी, अश्रि्वनी कुमार की तलाश पुलिस कर रही है। ये लोग पूणे और इंग्लैण्ड के सटोरियों के सम्पर्क में रहते थे। वहीं सिविल लाइन पुलिस ने वाल्मिकी स्कूल के गेट के पास से हाल ही में दो सटोरियों को पकड़ा था।