समस्या यह है कि गांगुली के बल्ले का प्रायोजक अपोलो म्यूनिख, आईसीसी के साथ बल्लों के प्रायोजन के लिए रजिस्ट्रर्ड नहीं है. गांगुली को कल पोशाक संबंधी दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के लिए आईपीएल की आचार संहिता के लेवल एक [धारा 2.1.1] का दोषी पाया गया.

आईपीएल के एक अधिकारी ने कहा, खिलाड़ी अपने बल्लों पर केवल उन्हीं स्टीकर्स का उपयोग कर सकते हैं जो आईसीसी से रजिस्ट्रर्ड हों. उदाहरण के लिए हीरो होंडा या एमआरएफ बल्लों के निर्माता नहीं है लेकिन वे ईसीसी से पंजीकृत हैं और खिलाड़ी उनके स्टीकर्स लगा सकते हैं. अपोलो म्यूनिख अब भी पंजीकृत नहीं है और जब तक ऐसा नहीं होता तब तक गांगुली अपने बल्ले पर उसका स्टीकर नहीं लगा सकते हैं.

पुणे वारियर्स का प्रबंधन इस कंपनी के पंजीकरण के लिए आईसीसी के संपर्क में है ताकि पूर्व भारतीय कप्तान अपने बल्ले पर प्रायोजक के स्टीकर का उपयोग कर सकें. गांगुली ने हाल में अपोलो म्यूनिख के साथ ब्रांड एंबेसडर के रूप में अनुबंध किया.

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