कैशलेस तरीके से पेट्रोल-डीजल परचेस करने से 0.75 प्रतिशत तक मिल सकता है कैशबैक
Meerut। पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी से लोगों का बजट तो बिगड़ा है, लेकिन डिजिटल ट्रांजेक्शन का रास्ता अपनाकर लोग कुछ बचत जरूर कर सकते हैं। कैशलेस तरीके से पेट्रोल-डीजल परचेस करने पर आप 0.75 प्रतिशत तक कैशबैक मिल सकता है। यानि महीने भर में आप आसानी से 500 से 700 रूपये की बचत कर पाएंगे।
ऐप्स पर भी ऑफर
भीम ऐप पर नए यूजर्स को 51 रूपये का कैशबैक मिलता है। इसका प्रयोग फ्यूल डलवाने में करें।
मोबीक्विक मोबाइल वॉलेट का प्रयोग करने से 10 प्रतिशत डिस्काउंट मिलता है। कम से कम 50 रूपये का फ्यूल इसके लिए लेना जरूरी है।
ऐसे बचाएं डीजल-पेट्रोल
व्हीकल के टायरों में हवा का दबाव सही होना चाहिए।
हवा की कमी ईंधन की खपत को 1 फीसदी बढ़ा देती है।
व्हीकल की रफ्तार 45-55 किमी प्रति घंटा के बीच रखें।
80-100 की गति पर ईंधन की खपत 30-40 फीसदी तक ज्यादा होती है।
एयरोडायनेमिक बनावट का ध्यान रखते हुए व्हीकल पर जरूरत से ज्यादा एसेसरीज न लगवाएं।
50 किलो भार कम करने से ईंधन की खपत दो फीसदी तक कम की जा सकती है।
ट्रैफिक सिग्नल पर वाहन का इंजन बंद कर दें। इससे करीब 20 प्रतिशत तेल की खपत कम की जा सकती है।
एक ही जगह जाने के लिए आपस में व्हीकल शेयर कर भी आप पेट्रोल बचा सकते हैं।
हफ्ते में एक दिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट को यूज करें।
फ्यूल टैंक को फुल न कराएं क्योंकि टैंक फुल हो जाने पर मशीन रिटर्न पाइप के जरिए अतिरिक्त तेल वापस खींच लेती है।
फ्यूल हमेशा सुबह या ठंडक में डलवाएं। पेट्रोलियम में ग्रेविटी और तापमान काफी अहम भूमिका रखता है।
तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी भी फ्यूल की खपत बढ़ाती है।
पेट्रोल डलवाते हुए नोजल को लो मोड में रखवाकर ही तेल भरवाएं। इससे वाष्पीकरण कम होता है।
फ्यूल टैंक कभी खाली न होने दे। आधा खाली होने पर ही तेल दोबारा डलवाएं। बिल्कुल खाली टंकी में भी पेट्रोल के उड़ने की संभावना होती है।
कार में एसी चलाने से बचें। एसी चलाने से 10 प्रतिशत एक्सट्रा फ्यूल खर्च होता है।
कैशलेस ट्रांजेक्शन से 0.75 प्रतिशत तक कैशबैक की सुविधा मिल रही है। कई कस्टमर्स को डिजिटल ट्रांजेक्शन पर यह सुविधा मिली हैं। भीम ऐप अभी ज्यादा प्रचलित नहीं हुआ है।
सुनील, मैनेजर, भारत पेट्रोलियम फिलिंग स्टेशन