-मदद के लिए बुजुर्गो को अब थाना-चौकी का नहीं लगाना होगा चक्कर

-सवेरा योजना के तहत पुलिस दर्ज कर रही बुजुर्गो का डिटेल

-हेल्पलाइन पर कॉल करते ही मदद के लिए पहुंच जाएगी पुलिस

अकेलेपन से जूझ रहे सीनियर सिटीजंस को मदद के लिए किसी का इंतजार नहीं करना होगा। उन्हें मोबाइल से सिर्फ एक कॉल करना होगा और पुलिस मदद के लिए पहुंच जाएगी। बुजुर्गो की सहायता के लिए पुलिस ने नयी योजना लांच किया है। इसे सवेरा नाम दिया गया है। इसके तहत पुलिस सीनियर सिटीजंस का डाटा कलेक्ट कर रही है। उसे यूपी कॉप ऐप पर दर्ज किया जा रहा है। किसी बुजुर्ग के हेल्पलाइन नम्बर यूपी-112 डायल करते ही उनकी डिटेल पुलिस के पास पहुंच जाएगी और पीआरवी तत्काल उनकी मदद को हाजिर हो जाएगी।

डीजीपी की होगी नजर

आम लोगों के साथ वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए डीजीपी की पहल पर सवेरा योजना तैयार की गई है। पुलिस की ओर से बुजुर्गो की समस्याओं के सभी समाधान पर उनकी नजर भी रहेगी। कोई बुजुर्ग बीमार है या कोई समस्या से घिरा है, उनका अपना मददगार नहीं है। ऐसे में वह यूपी-112 या 100 नंबर पर फोन कर सूचना देगा। इस पर पीआरवी बुजुर्ग के पते पर पहुंच जाएगी और उनकी मदद करेगी। बीमार होने पर पुलिस उन्हें अस्पताल तक पहुंचाएगी। अन्य समस्या को भी दूर करेगी।

सिपाही करेगा सत्यापन

60 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन का डिटेल यूपी कॉप ऐप पर सवेरा अभियान के तहत रजिस्टर्ड किया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक अभी तक करीब दो हजार बुजुर्गो का डाटा फीड किया जा चुका है। यह डाटा थानेवार बीट सिपाही के जरिए जुटाया जा रहा है। सीनियर सिटीजन यूपी-112 पर कॉल कर खुद भी साफ्टवेयर में अपना डाटा फीड करा सकते हैं। ब्योरे में मोबाइल नंबर, स्वास्थ्य संबंधित समस्या, विवाद संबंधित जानकारी दर्ज की जाएगी।

ऐसे करेगा काम

सवेरा ऐप पर बुजुर्गो का रजिस्ट्रेशन के वक्त सही पता समेत पूरा ब्योरा और मोबाइल नंबर ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। रजिस्टर्ड नंबर से जैसे ही वरिष्ठ नागरिक 112 नंबर पर कॉल करेगा, उसका पूरा रिकार्ड पुलिस की स्क्रीन पर आ जाएगा। 10 से 15 मिनट के अंदर पीआरवी कॉलर की मदद को उपलब्ध हो जाएगी।

-इस योजना का मकसद असहाय और बीमार बुजुर्गो की मदद करना है

-कॉल करते पीआरवी मदद के लिए पहुंच जाएगी

-इसमें ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनके पास परिवार के लोग नहीं हैं।

-वरिष्ठ नागरिकों के रजिस्ट्रेशन के लिए बनारस के प्रत्येक थाने में एक महिला व चार पुरुष पुलिसकर्मी की टीम तैयार की गई है।

25

थाने है बनारस में

01

महिला थाना है शहर में

02

हजार बुजुर्गो का हो चुका है रजिस्ट्रेशन

60

साल व उससे अधिक के बुजुर्गो को मिलेगी तत्काल मदद

10

मिनट के अंदर पीआरवी कॉलर की मदद के लिए पहुंचेगी

बुजुर्गो तक पहुंचने पर पीआरवी को कोई समस्या नहीं हो। इसके लिए बुजुर्गो का डाटा एकत्र किया जा रहा है। सवेरा के तहत सीनियर सिटीजन की सेवा में पीआरवी मौजूद रहेगी। अब तक दो हजार बुजुर्गो का रजिस्ट्रेशन हो चुका है।

एमपी सिंह, एसपीआरए