-दूध, माला-फूल समेत तमाम जरूरत के दाम में हुई भारी बढोत्तरी

-सावन में भारी डिमांड के चलते बढ़ी पब्लिक की मुसीबत

महंगाई तो पहले से ही सता रही थी अब सावन में तो सितम ढाने लगी है। जरूरत के सामान खरीदना सबके बजट में नहीं रह गया है। घरों तक पर्याप्त दूध नहीं पहुंच रहा है। चाय की अडि़यों पर शौकीन मायूस हो रहे हैं। खाने की थाली से सब्जियां गायब हो गयी हैं। पूजा-पाठ के लिए पर्याप्त मात्रा में माला-फूल भी नहीं मिल रहा है। इस महंगाई से राहत तो सावन बाद ही मिलने की संभावना है।

दूध-चाय के लिए तरसे

सावन का महीना भोले नाथ का है। महादेव का कोई ऐसा मंदिर नहीं जहां भक्तों की भीड़ ना हो। हाथ में जल, माला-फूल के साथ भक्त बाबा का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए दूध भी अर्पित कर रहे हैं। दूध मंडियों का काफी दूध भक्त ले जा रहे हैं ऐसे में दूध की किल्लत हो गयी है। इसका नतीजा यह है कि दूध की किल्लत चाय की दुकानों से लेकर लोगों के घरों में भी हो गया है। चाय विक्रेता पहले जो दूध 35 से 40 रुपये लीटर में लेते थे वहीं दूध अब 75 से 80 रुपये में मिल रहा है। घरों में बंधी का दूध अब बेसमय हो गया है। रविवार या सोमवार को यह स्थिति होती है कि दूध घर या दुकान पर आता ही नहीं है। ऐसे में पैकेट का दूध खरीदना पड़ता है। गोदौलिया दूध मंडी में दूधियों की संख्या भी कम हो गई है। दूधिए भी मानते है कि जिस दिन मार्केट चढ़ा रहता है तो उस दिन बंधी वाला हिसाब किताब बंद कर दिया जाता है। दूध के भाव चढ़ने से खोवा, पनीर का दाम भी चढ़ा हुआ है।

फूल में लगी आग

फूल और माला के दाम में जबरदस्त बढोत्तरी है। इंग्लिशिया लाइन व बांसफाटक फूल मंडी में मदार का माला 10 से 12 रुपये प्रति पीस बिक रहा है। यही बाहर दुकानों पर 20 से 25 रुपये में बिक रहा है। कमल का फूल जो पहले 15 रुपये प्रति दर्जन मंडी में मिलता था अब वहीं 30 रुपये में मिल रहा है। बंगाल में हुई भारी बारिश और ट्रकों के शहर में आने पर लगे प्रतिबंध की वजह से फूल मंडी में माला-फूल पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहे हैं। जबकि इस वक्त जबरदस्त डिमांड है। पूर्वाचल के विभिन्न जिलों से आने वाले गेंदा फूल मंडी नहीं पहुंच पा रहा। सिर्फ बनारस और थोड़ा बहुत मिर्जापुर से किसान गेंदा लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। बाबा विश्वनाथ को चढ़ने वाला मदार का फूल बंगाल से आ रहा है। वह भी डिमांड से काफी कम।

दूध की किल्लत सावन चढ़ने से ही बनी हुई है। सोमवार को घरों तक दूध नहीं पहुंच रहा है। गायब हो जा रहे हैं, ऐसे में पैकेट का दूध या फिर महंगे दाम पर मंडी से दूध खरीदना पड़ता है।

धर्मेद्र यादव, चाय विक्रेता

लंका

बंगाल में भारी बारिश के चलते माला-फूल की आवक कम हो गई है। सिर्फ मदार का फूल बंगाल से आ रहा है लेकिन उसके भी दाम चढ़े हुए हैं। गेंदा फूल माला तो 3500 सैकड़ा के पार है।

विशाल दुबे, संचालक

किसान फूल मंडी समिति इंग्लिशिया लाइन

सावन के चलते दूध का भाव बढ़ा है। सोमवार को 70-80 रुपये प्रति लीटर पहुंच जाता है। दूध की किल्लत से इन दिनों दूध निर्मित सभी सामान के भाव में उछाल है।

राजेश यादव, दूध कारोबारी,

इंग्लिशिया लाइन

एक नजर

माला पहले अब

मदार 500 1500

गेंदा 1200 3500

कमल का फूल 500 1000

(फूल-माला का दाम प्रति सैकड़ा)

दूध 30-40 70-80 (प्रति लीटर)

खोवा 160 250-60 (प्रति किलो)

पनीर 280-300 350-60 (प्रति किलो)