- नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम में लगेगा स्काडा सिस्टम

-पानी की लीकेज के लिए टीम को नहीं करनी पड़ेगी तलाश

आगरा। शहर में अब लोगों को पेयजल आपूर्ति में लीकेज की प्रॉब्लम्स से नहीं जूझना पड़ेगा। उन्हें लीकेज की बार-बार शिकायत भी नहीं करनी पड़ेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए स्काडा सिस्टम लगाया जाएगा। इस सिस्टम के लगने से शहर में कहीं भी लीकेज होने की जानकारी जलकल की टीम को पता चल जाएगी। जानकारी होते ही इसके तुरंत दुरुस्तीकरण की कार्रवाई की जा सकेगी। इस सिस्टम को नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम से लिंक किया जाएगा।

ऐसे काम करेगा स्काडा सिस्टम

स्काडा सिस्टम एक ऐसा सिस्टम है, जो एकीकृत प्रणाली से संयत्र के अलग-अलग हिस्सों को कंट्रोल करने के साथ उन पर निगरानी कर सकेगा। यह सिस्टम मैकेनिज्म इलेक्ट्रोनिक सर्किट के रूप में कार्य करेगा। पूरे सिस्टम और पाइपलाइन का पहले ग्राफिकल लेआउट बनाया जाएगा। फिर नगर निगम के कंट्रोल रूम में स्काडा सिस्टम से शहर की पापलाइन को लिंक कर दिया जाएगा। इसके सेंसर से तुरंत लीकेज का पता चल जाएगा। इसके बाद जलकल की टीम को लीकेज को तलाशने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। कंट्रोल रुम से इसकी लोकेशन ट्रेस हो सकेगी।

पानी की कमी नहीं पर नसीब भी नहीं

शहर में लीकेज बहुत बड़ी समस्या है। शहर में गंगाजल आने के बाद पानी की तो कमी नही हैं, लेकिन लोगों को अभी तक पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। एक तो पहले से पाइपलाइनों को इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। जो है भी, उसकी स्थिति बहुत जर्जर है। ऐसे में जरा सा पानी का प्रेशर बढ़ने से पाइपलाइन लीक हो जाती है। वहीं जलकल के जीएम आरएस यादव कहते हैं कि पहले इतना प्रेशर कभी नहीं रहा। प्रेशर ज्यादा होने पर जर्जर लाइन लीकेज हो जाती है। पाइप लाइन कहां से लीक हुई, इसकी सही तरीके से जानकारी नहीं मिल पाती, लेकिन अब सिस्टम से लीकेज का पता चल सकेगा।

लीकेज बड़ी समस्या

पूरे शहर में 12 पाइपलाइन गैंग हैं, जो पाइपलाइन का रखरखाव करने के अलावा लीकेज को भी दुरुस्त करते हैं। गंगाजल आने के बाद सिकंदरा वाटर व‌र्क्स से निकलने वाली 1600 एमएम और 1200 एमएम की 10 लाइनों की मरम्मत करने से क्षेत्र में पानी का प्रेशर बढ़ा है। ऐसा जलकल के अफसरों का मानना है। अभी गत महीनों में ऐसे में आठ ऐसे स्थानों की मरम्मत की गई, जो वर्षो से लीकेज चले आ रहे थे। मई 2019 में 386 स्थानों पर पाइपलाइन और मेन राइजिंग की लीकेज की मरम्मत की गई। इसके अलावा एक जून से 15 जून तक कुल 127 स्थानों पर लीकेज पाइपलाइनों की मरम्मत की गई है।

यहां रहती है पेयजल आपूर्ति की दिक्कत

शाहदरा वार्ड 55, शाहदरा टीला, नगला मोहनलाल वार्ड 58, न्यू कृष्णा कॉलोनी, बैकुंठी बाग वार्ड 42, राधा नगर फाउंड्री नगर, अहीरपाड़ा वार्ड 84, नगर बिहारी वार्ड 55, नामनेर कुशवाह कुंज वार्ड 39, जगदीशपुरा वार्ड 03, सैनिक नगर वार्ड 42, भगवती बाग आदि क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पेयजल आपूर्ति में दिक्कत बनी रहती है। विभाग का दावा है कि इन इलाकों में टैंकर से पेयजलापूर्ति की जाती है।