रांची: आखिरकार दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कंपनी के अधिकारियों से ही उनका काला सच उगलवा लिया। स्टिंग ऑपरेशन के दौरान आशियाने का सपना दिखाकर राजधानी के लोगों की गाढ़ी कमाई लूटने वाली वेलफेयर बिल्डिंग एंड रियल स्टेट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों ने साफ कहा कि हमारे पास सिल्ली, बेड़ो, रांची में कहीं भी एक इंच जमीन नहीं है। हजारीबाग में कुछ जमीन है लेकिन सेल-परचेज नहीं कर रहे। इसके बावजूद भी जमीन के नाम पर लोगों से रुपए एडवांस के तौर पर उठा रहे हैं। उन्हें जमीन के एकरारनामा के नाम पर (बांड पेपर) भी दे रहे हैं। बातचीत का पूरा टेप दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास अवेलेबल है।

जोनल इंचार्ज रामगृव यादव का सच

कंपनी के जोनल इंचार्ज (उन्होंने खुद को काउंसिल मेंबर बताया लेकिन दस्तावेजों में वह जोनल इंचार्ज है) रामगृव यादव ने फोन पर कहा कि जमीन कहीं नहीं है। इतना ही नहीं, बातचीत में रामगृव को उलझता हुआ देख उनके फोन को एक दूसरे अधिकारी ने लगभग झपटते हुए हाथ से छीना और खुद को रामगृव का जूनियर बताया। उन्होंने साफ कहा कि कंपनी ने नाम नहीं बताने का अल्टीमेटम दिया है।

कोई दूध का धुला नहीं, नंदी कहां है कौन नहीं जानता, पर क्या कर ले रही पुलिस

रामगृव के फोन को जिस दूसरे आदमी ने उनसे छीना उसने साफ कहा है कि कोई भी दूध का धुला नहीं है। संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक जेडी नंदी कहां छिपा है, कौन नहीं जानता। लेकिन पुलिस क्या कर ले रही है। इस व्यक्ति ने भी साफ किया कि कंपनी के पास सिल्ली-बेड़ो-राजधानी में कहीं भी जमीन नहीं है।

लोकल युवक को बनाया ब्रांच मैनेजर, उलझाया

सिल्ली में कंपनी के ब्रांच मैनेजर सचिन कुमार महतो हैं। उनके अनुसार, वह पिछले 5 सालों से अधिक समय से फंसे हुए हैं क्योंकि उसके कारण सिल्ली के कई लोगों ने करोड़ों रुपये लगा दिए हैं। कंपनी के अधिकारियों की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि रुपया आने पर जमीन खरीद ली जाएगी। कई लोग रुपया वापस मांग रहे हैं जिन्हें धीरे धीरे वापस किया जा रहा है, वे लोग आक्रोशित हो रहे हैं।

दस्तावेज हो रहे हैं गायब

सूत्रों की मानें तो कंपनी के कार्यालय से दस्तावेज गायब होने लगे हैं। रातोंरात कंपनी के लोकल अधिकारी इन दस्तावेजों को गायब करवा रहे हैं। पुलिस केस होने पर किसी तरह के संवेदनशील दस्तावेज पुलिस के हाथ ना लगे, इसलिए तेजी से कागजातों को गायब किया जा रहा है।

रामगृव यादव से बातचीत के अंश

सवाल: आपलोगों की कंपनी रियल एस्टेट की कंपनी है क्या?

जवाब: हां, हमलोग जमीन के बदले लोगों से रुपए लेते हैं। लोगों को जमीन नहीं लेना हो तो उनका रुपया ब्याज समेत वापस करते हैं।

सवाल: कंपनी की जमीन कहां है?

जवाब: रांची के इस्टर्न मॉल में कंपनी की जमीन है। उसके अलावा सिल्ली-बेड़ो या राजधानी में कहीं जमीन नहीं है। झिरी में जमीन थी जो बेच दी है।

सवाल: इस्टर्न मॉल में सिल्ली व बेड़ो के लोगों को जमीन मिलेगी क्या?

जवाब: आंएनहींमतलब वहां है अपना।

सवाल: क्या रेट में बेच रहे हैं ईस्टर्न मॉल?

जवाब: रेट का आइडिया नहीं हैआप कौन बोल रहे हैंकौन बताया मेरे बारे में।

दूसरे व्यक्ति ने फोन छीना

बोलिए क्या बोलना है

आप कौन बोल रहे हैं साहब

कंपनी ने नाम बताने से मना किया है।

सवाल: आपलोग रांची में कहां की जमीन बेच रहे हैं?

जवाब: रांची में जमीन नहीं है हमलोगों के पास

सवाल: ऑफिस में तो रोज बुकिंग हो रही है?

जवाब: वह सब बाहर बाहर की जमीन है, जो जहां चाहता है वहां की जमीन दे देते हैं।

सवाल: आपलोग तो संजीवनी बिल्डकॉन जैसा काम कर रहे हैं, जमीन है नहीं और सपने बेच रहे हैं?

जवाब: दूध का धुला कौन है यहां, जेडी नंदी कहां है किसको नहीं पता है, लेकिन क्या हो गया, बोलिए, दोनों पत्नी जेल खट आयीं लेकिन नंदी को तो कुछ नहीं हुआ।

सवाल: कई जिलों में आपलोगों की कंपनी बंद हो गयी है, क्यों?

जवाब: उनलोगों को जवाब दिया जा रहा है, हमलोग सेबी, आरओसी के नॉ‌र्म्स के अंडर काम कर रहे हैं।

सवाल: रजिस्ट्रेशन कहां करायी है आपकी कंपनी ने?

जवाब: अम्म्म्खांसते हुएरजिस्ट्रेशन नहीं है लेकिन नियम नहीं तोड़ रहे हैं।

सवाल: बाकी जिलों के जैसे अगर कंपनी यहां भी सील हो गयी तो लोगों का रुपया?

जवाब: लोगों का रुपया कंपनी देगी, हमलोग सबका रुपया वापस कर रहे हैं।