PATNA : बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड में कंपार्टमेंटल एग्जाम के आंसर शीट को स्कैन करने का काम शुरू हो गया है। बोर्ड ऑफिस में लगे ख्00 हाई स्पीड स्कैनर से पूरी कॉपी को स्कैन कर क्लाउड बेस्ड सर्वर पर अपलोड किया जा रहा है। इसके बाद ख्क् नवंबर से मूल्यांकन का काम शुरू होगा। सूबे के ख्भ् जिलों के ख्म् सेंटर्स पर करीब ख्भ्00 कम्प्यूटर्स पर कॉपी की जांच होगी। मैट्रिक और इंटर को मिलाकर इस साल ख् लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने कंपार्टमेंटल एग्जाम दिया था। इस पद्धति से रिजल्ट देना काफी आसान होगा और अनुमान के मुताबिक फ्क् दिसंबर तक रिजल्ट डिक्लेयर हो जाएगा।

टॉपर्स घोटाले के बाद बोर्ड की सख्ती

टॉपर्स घोटाले के बाद बिहार बोर्ड ने लूप होल्स को ठीक करने का काम शुरू किया है। इसके तहत परीक्षा की प्रक्रिया को डिजिटलाइज किया जा रहा है। कॉपी स्कैन होने के बाद उसे बोर्ड के स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाएगा। जांच केंद्रों पर कॉपी की इमेज देखकर उसका इवैल्यूशन करना होगा। स्कैनिंग के बाद इसे सर्वर पर अपलोड करने के लिए पटना में अबतक का सबसे तेज इंटरनेट लगाया गया है। बोर्ड ऑफिस में इसकी स्पीड क्00 एमबीपीएस है।

कॉपी जांच से लेकर रिजल्ट तक में नहीं होगी कोई गलती

यह व्यवस्था ऑनलाइन होते ही इतनी दुरुस्त हो गई कि पहले की तरह इस प्रोसेस में कोई गलती नहीं होगी। आइए देखते हैं बोर्ड परीक्षाओं के बाद होने वाली गलतियों को कैसे रोका जाएगा हर सवाल के लिए जवाब के आधार पर नंबर ऑनलाइन फीड करना होगा। अगर नंबर फीड नहीं किया तो दूसरी कॉपी तक नहीं पहुंच पाएंगे। इससे किसी सवाल के लिए बिना नंबर दिए आगे नहीं बढ़ा जा सकता।

ऑनलाइन जारी होगा रिजल्ट

इवैल्यूशन के बाद स्टूडेंट्स के जवाबों के आधार पर नंबर को जोड़ने में गलती की आशंका होती है। कंम्प्यूटर की वजह से अब यह काम ही खत्म हो गया है। बोर्ड स्टूडेंट्स को रिजल्ट जारी करने के दौरान भी सारा काम ऑनलाइन करेगी। इसे कम एरर के जल्दी ऑनलाइन जारी किया जा सकेगा।

साइंटिस्ट अमन और अंकित को अवॉर्ड

बच्चों को कुछ नया करने की जिज्ञासा होती है। सभी का जीवन वैज्ञानिक उपकरणों और संससाधनों पर आधारित है। इसके दुष्परिणाम भी हैं। प्रकृति हमसे रूठ भी रही, जिसे हम झेल रहे। यह कहना है वाइस प्रिंसिपल पूजा शर्मा का। हाजीगंज के जीसस एंड मेरी एकेडमी के छात्र वैज्ञानिकों ने साइंस मॉडल पेश किए। सीनियर ग्रुप में वायरलेस इलेक्ट्रिसिटी के लिए अमन सिद्धार्थ, डैम के लिए अंकित और ड्रिल मशीन के लिए अमन और गणेश को क्रमश: फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड अवॉर्ड प्राप्त किया।