- यूजी और पीजी कोर्स के टॉप टू स्टूडेंट्स को दी जाएगी स्कॉलरशिप

- प्रतियोगी परीक्षा पास करने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगी प्रोत्साहन राशि

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) ने टॉपर्स को स्कॉलरशिप देने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में आयोजित फाइनेंस कमेटी की बैठक में ये निर्णय लिया गया। अंडर ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के साथ प्रतियोगी परीक्षा में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके अलावा गरीब स्टूडेंट्स को फीस में रियायत देने के प्रस्ताव को भी बैठक में मंजूरी दी गई। बैठक में वीसी प्रो। पाठक, विशेष सचिव ओपी द्विवेदी, केएनआईटी के निदेशक प्रो। आरआर सिंह, भीमराव अंबेडकर इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक प्रो। अभय वर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो। बीएन मिश्रा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। कुलदीप सहाय, कुलसचिव केके चौधरी तथा वित्त अधिकारी एसपी वर्मा मौजूद थे।

यूजी स्टूडेंट्स को एक हजार की स्कॉलरशिप

टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से सभी संस्थाओं में बीटेक, बीफॉर्मा, बीआर्क, बीएचएमसीटी जैसे कोर्सेस में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप दी जाएगी। टॉप टू स्टूडेंट्स को एक हजार रुपए प्रति महीना स्कॉलरशिप मिलेगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत करीब 25 लाख रुपए के बजट को मंजूरी दी है।

पीजी कोर्स के स्टूडेंट्स को 2 सौ रुपए

एमटेक, एमफार्म, एमआर्क, एमबीए और एमसीए जैसे पीजी कोर्स के टॉपर्स को हर महीने 12 सौ रुपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी। स्कॉलरशिप विभिन्न विषयों के टॉप टू स्टूडेंट्स को मिलेगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने 50 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया है। टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आईईएस या आईएएस के एग्जाम में 1 से 20 तक मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स को 21 हजार रुपए देने का निर्णय ि1लया है।

गरीब स्टूडेंट्स को मिलेगी फीस में छूट

मेरिट में आने वाले गरीब स्टूडेंट्स को फीस में पहले की तरह प्रतिपूर्ति तथा एक्चुअल एक्सपेंस (हॉस्टल फीस और किताबों आदि) में 50 प्रतिशत की छूट संस्थान की ओर से दी जाएगी। शेष 50 प्रतिशत में से 30 हजार रुपए का भुगतान यूनिवर्सिटी करेगी। बैठक में यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को नेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस, यात्रा भत्ता दिये जाने पर निर्णय लिया गया। हर साल 20 टीमों को इसका लाभ दिया जाएगा। प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए हर टीम को 50,000 का बजट जारी करने का निर्णय लिया गया है।