- निर्वाचन के प्रति स्कूली बच्चों को किया जाएगा जागरूक
- 6 से 12वीं तक के छात्रों में अवेयरनेस के लिए चलेंगे कार्यक्रम
Meerut । बच्चे देश का भविष्य हैं। राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका समझते हुए 6 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को अब देश की चुनाव प्रणाली के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशों पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों में मतदाता साक्षरता समिति बनाने के निर्देश दिए है। स्कूली बच्चों को समिति एक्टिविटीज के जरिए निष्पक्ष चुनाव के महत्व के बारे में बताएगी। उन्हें मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी।
संवाद के जरिए होगी पढ़ाई
मतदाता समिति की ओर से बच्चों को मतदान के अधिकार, बैलेट बॉक्स, ईवीएम, चुनाव प्रक्रिया व चुनावों का देश पर होने वाले असर के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्कूलों में अलग-अलग स्तर पर प्ले, विचारमंच व संवाद का आयोजन होगा, ताकि छात्र बेहतर तरीके मतदान प्रक्रिया व इसकी जरूरत को समझ सकें । इसके साथ ही चुनाव आयोग, जिला निर्वाचन अधिकारी, पीठासीन, बीएलओ, मतदान दल की भूमिका के बारे में बताया जाएगा।
यह है वजह
- मतदाता जागरूकता रैलियों का मतदान का फीसद बढ़ाने में कोई योगदान नहीं है।
- सोशल मीडिया के जरिये किए गए प्रचार का भी असर नहीं होता।
मतदान की जानकारी के लिए स्कूलों में समय-समय पर गतिविधियां कराई जाएंगी। बच्चों को जागरूक भी किया जाएगा।
गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ।
बच्चे देश का भविष्य हैं और देश की दिशा व दशा को बेहतर बनाने के लिए उन्हें इस संबंध में जानकारी होनी चाहिए ताकि वे मतदान के लिए दूसरों को प्रेरित करे और खुद जिम्मेदार नागि1रक बनें ।
नीरा तोमर, प्रिंसिपल, श्री मल्हू आर्य कन्या इंटर कॉलेज
मतदान को लोग आज भी गंभीरता से नहीं लेते हैं। अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं हैं। अगर बच्चों को शुरु से ही बताया जाएगा तो वह खुद और दूसरों को भी जागरूक करेंगे।
डॉ। सुखनंदन त्यागी, प्रिंसिपल, राम सहाय इंटर कॉलेज