पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दून में 13 गवर्नमेंट स्कूलों को किया गया है चिन्हित

बैंम्बू स्कूल के रूप में किया जाएगा विकसित, बांस से होगा क्लासरूम का निर्माण

देहरादून,

स्टेट गवर्नमेंट की पहल पर सरकारी स्कूल्स में भूकंपरोधी और जर्जर भवनों को ठीक करने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दून में 13 गवर्नमेंट स्कूलों को चिन्हित किया गया है। इन स्कूलों को बैंम्बू स्कूल के रूप में जाना जाएगा। बैंम्बू स्कूल 8 रिएक्टर तक की तीव्रता के भूकंप को झेलने की क्षमता रखते हैं। उत्तराखंड बैंम्बू एंड फाइबर डेवलपमेंट बोर्ड ने इन स्कूलों में भूकंपरोधी प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है।

बांस के होंगे क्लासरूम

सरकारी स्कूल्स के हालत सुधारने और जर्जर भवनों की मरम्मत को लेकर स्टेट गवर्नमेंट ने नए प्रोजेक्ट के तहत स्टेट में बैंम्बू स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। इन स्कूल्स में बांस के क्लासरूम बनाए जाएंगे। स्टेट गवर्नमेंट ने इसके लिए उत्तराखंड बैंम्बू एंड फाइबर डेवलपमेंट बोर्ड से प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा है। शिक्षा विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के आधार पर दून में 13 स्कूलों को चिन्हित किया गया है। जहां पायलेट प्रोजेक्ट के तहत बैंम्बू स्कूल बनाए जाएंगे।

कीमत करीब 5 लाख रुपए

उत्तराखंड बैंम्बू एंड फाइबर डेवलपमेंट बोर्ड के सीईओ मनोज चन्द्रन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत पहले दून में 13 स्कूलों में एक-एक बैंम्बू क्लासरूम बनाए जाएंगे। एक क्लासरूम 420 स्क्वॉयर फीट के बनेंगे। जिसमें कमरा और बरामदा भी होगा। एक बैंम्बू क्लासरूम की कीमत करीब 5 लाख तक बैठेगी। जबकि सामान्य क्लासरूम को बनाने में 15 लाख तक का खर्चा आता है। देहरादून में डोईवाला, रायपुर, विकासनगर और सहसपुर ब्लॉक में 2-2 जबकि चकराता ब्लॉक में 4, कालसी में 1 बैंम्बू क्लासरूम बनेंगे। इसके बाद पूरे स्टेट में इस प्रोजेक्ट पर काम होना है। पूरे स्टेट में करीब एक हजार स्कूल्स में बैंम्बू स्कूल बनाने पर काम किया जाएगा। ये क्लासरूम पुरानी बिल्डिंग से हटकर बनाए जाएंगे। एक क्लासरूम को बनाने में करीब 3 माह तक का समय लग जाता है।

स्टेट में 528 स्कूल जर्जर

स्टेट में आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों के हालात को देखते हुए अलग- अलग ग्रेड तय की है। असुरक्षित और कमजोर स्कूल बिल्डिंग को चिन्हित किया जा चुका है। स्टेट में 4500 स्कूल को ग्रेड 4 में रखा गया है। इसमें असुरक्षित बिल्डिंग शामिल हैं। इसके अलावा ग्रेड 5 में 528 स्कूल हैं। जो कि बेहद असुरक्षित इमारतें हैं। इन बिल्डिंग्स के पुनर्निर्माण के लिए कवायद शुरू की गई है।

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प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। सबसे पहले दून में 13 स्कूल्स में एक-एक बैंम्बू क्लासरूम बनाए जाएंगे। इसके बाद पूरे स्टेट में इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा।

मनोज चन्द्रन, सीईओ, उत्तराखंड बैंम्बू एंड फाइबर डेवलपमेंट बोर्ड

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स्टेट में गवर्नमेंट स्कूल- 17000

अत्यधिक असुरक्षित - 528

असुरक्षित बिल्डिंग -4500