- स्कूलों की लापरवाही भुगतनी होगी स्टूडेंट्स को, कहीं अधर में न लटक जाए सैकड़ों स्टूडेंट्स का भविष्य

- 40 प्रतिशत स्कूलों ने भर दिए हैं फिडिंग में स्टूडेंट्स के गलत सब्जेक्ट कोड

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Meerut यूपी बोर्ड में स्कूलों द्वारा होने वाली फिडिंग की लापरवाही के चलते इस बार सैकड़ों स्टूडेंट्स का भविष्य दाव पर लग गया है। स्कूलों द्वारा काफी सारे परीक्षार्थियों के फार्म भरते समय कोड गलत भर दिए गए हैं। जिनमें समान्य हिंदी की जगह हिंदी या प्रारम्भिक हिंदी को कोड भर दिया गया है। एक-एक सेंटर पर कम से कम बीस स्टूडेंट्स के साथ कुछ इसी तरह की लापरवाही का मामला सामने आया है।

यह है मामला

यूपी बोर्ड ने इस बार खुद को सीबीएसई लेवल जैसा करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने का फैसला लिया। यह प्रक्रिया भी स्कूलों में जोर-शोर के साथ पूरी की गई। ऑनलाइन पंजीकरण तो हो गया मगर यह पंजीकरण काफी स्टूडेंट्स पर भारी पड़ गया। स्कूलों ने द्वारा फिडिंग करने में कोड की गड़बड़ी के चलते अब लास्ट टाइम पर शिक्षा विभाग के सामने परीक्षा पूरी करवाने का सवाल खड़ा हुआ है। हुआ यूं कि अब एग्जाम के लिए पेपर कम पड़ रहे हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि इस कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अब इन स्टूडेंट्स को लापरवाही का हर्जाना भरना पड़ सकता है। जो कोड भरे गए हैं, उसी का एग्जाम देना होगा।

केस - क्

सरधना इंटर कॉलेज में समान्य हिंदी के पूरे ख्0 पेपर कम पड़ रहे हैं। यहां समान्य हिंदी प्रथम व द्वितीय दोनों के ही ख्0-ख्0 पेपर कम हैं। इस सेंटर से पहुंचे कर्मचारी अमित ने शिक्षा विभाग को एक दिन पहले ही लेटर दिया है।

केस -ख्

सरस्वती विद्या मंदिर, शास्त्रीनगर में समान्य हिंदी प्रथम व द्वितीय के क्क् पेपर कम हैं। यहां के प्रिंसीपल योगेश एक दिन पहले ही पेपर की डिमांड लेकर विभाग के पास पहुंचे।

केस नम्बर - फ्

एसडी कंकरखेड़ा इंटर कॉलेज में भी समान्य हिंदी प्रथम व द्वितीय के ख्0 प्रश्नपत्र कम पड़े हैं।

केस नम्बर- ब्

जगदीश शरण इंटर कॉलेज में समान्य हिंदी के प्रथम व द्वितीय ख्फ् पेपर कम पड़ गए और एक दिन पहले ही स्कूल ने डिमांड भेजी है।

जो कोड भरा वही देंगे एग्जाम

यह तो महज चार ही सेंटर्स के केस सामने हैं। अगर हम सिटी की बात करें तो सिटी में ब्0 प्रतिशत स्कूलों ने कम से कम बीस स्टूडेंट के कोड फिडिंग में गलत भर दिए हैं। स्कूलों ने तो अपनी लापरवाही करते हुए इस ओर ध्यान तक नहीं दिया। अब गलत कोड भरने के कारण स्टूडेंट्स की संख्या के हिसाब से सेंटर पर प्रश्न पत्र भी कम या ज्यादा हो गए हैं।

बिना तैयारी देंगे परीक्षार्थी एग्जाम

आज से यूपी बोर्ड हाईस्कूल का एग्जाम हिंदी व प्रारम्भिक हिंदी का एग्जाम हैं। वहीं इंटर का पहला एग्जाम सैन्य विज्ञान, समान्य हिंदी व हिंदी का है। स्कूलों द्वारा काफी सारे परीक्षार्थियों के फॉर्म भरते समय कोड गलत भर दिए गए हैं, जिनमें समान्य हिंदी की जगह हिंदी या प्रारम्भिक हिंदी को कोड भर दिया गया है। वहीं सैन्य विज्ञान की जगह भी काफी सारे स्टूडेंट्स के कोड गलत भर दिए हैं। कोड की फिडिंग के हिसाब से पेपर आने की वजह से प्रश्न पत्र कम पड़ गए हैं। अब सवाल यह उठता है आखिरकार स्टूडेंट्स ने जिस कोड की तैयारी नहीं की वो उसका एग्जाम कैसे देंगे।

शिक्षा विभाग में लगा रहा तांता

शिक्षा विभाग में भी एग्जाम से एक दिन पहले प्रश्न पत्रों की कमी और कक्ष निरीक्षकों की कमियों को लेकर तांता लगा रहा। सेंटर्स पर गलत कोड के चलते पेपर का कम पड़ना, ड्यूटी के लिए कक्ष निरीक्षकों की कमी होना, गलत कोड का डल जाना और पहचान पत्रों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए एक दिन पहले शिक्षा विभाग का ताता लगा रहा।

जिन सेंटर्स पर पेपर कम पड़ रहे हैं, उनकों बोल दिया गया है कि वह किसी अन्य सेंटर से जहां पर प्रश्न पत्र ज्यादा हो उनसे बात करें ताकि वहां से पेपर्स का इंतजाम हो जाए और स्टूडेंट्स का भविष्य बचाया जा सके।

एके मिश्रा, डीआईओएस