बीजिंग / इस्लामाबाद (एएनआई)। SCO Meeting : भारत, पाकिस्तान और चीन के रिश्ते हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं। ऐसे में अब भारत की ओर से आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं। यह इसलिए खास है क्योंकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस समिट में पार्टिसिपेट करने वाले हैं। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को निमंत्रण दिया था। एससीओ परिषद के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक 4 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित की जाएगी। विशेष रूप से एससीओ सीएचएस समिट में इस वर्ष संगठन के नए सदस्य के रूप में ईरान का भी स्वागत किया जाएगा।

समिट सबजेक्ट 'एक सिक्योर एससीओ की ओर'

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बीजिंग में एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से भाग लेंगे। वहीं एससीओ परंपरा के अनुसार, तुर्कमेनिस्तान को भी अध्यक्ष के अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। दो एससीओ निकायों सचिवालय और एससीओ आरएटीएस के प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे। छह अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है। शिखर सम्मेलन का विषय 'एक सिक्योर एससीओ की ओर' है।

वर्तमान में एससीओ में ये 8 प्रमुख सदस्य देश

सिक्योर का संक्षिप्त नाम प्रधानमंत्री द्वारा 2018 एससीओ शिखर सम्मेलन में गढ़ा गया था और इसका अर्थ सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और व्यापार, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण है। वर्तमान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ)में 8 प्रमुख सदस्य देश हैं। इसमें चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। इस साल जुलाई में होने वाले शिखर सम्मेलन से ईरान इसका सदस्य बनने वाला है। बेलारूस भी सदस्य बनने की लाइन में हैं। वहीं एससीओ समिट पिछले साल उज्बेकिस्तान में आयोजित की गयी थी।

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