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लोगों को जिले में इंसाफ नहीं मिला तो शिकायत लेकर पहुंचे डीआईजी के पास

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शिकायतों में अफसरों से आख्या तलब कर डीआईजी ने निस्तारित कराया

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बची हुई शिकायतों को निस्तारित करने के लिए एसपी व एसएसपी को दिए निर्देश

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डाक से भेजी गई शिकायतें

जनपद शिकायतें

प्रयागराज 1626

प्रतापगढ़ 403

फतेहपुर 468

कौशाम्बी 348

-जनपद में अफसरों से इंसाफ न मिलने पर डीआईजी तक पहुंच रहे हैं फरियादी

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: परेशानियों से जूझने वालों की कतार लंबी होती जा रही है। परेशान हाल आदमी थाने में गुहार लगाता है। फिर कोतवाली और कप्तान तक मामला पहुंचता है। समस्याएं सुलझती नहीं बल्कि आगे बढ़ जाती हैं। अफसर पीडि़तों को घुमाते रहते रहते हैं। थक-हारकर वह डीआईजी तक पहुंच जाता है। जो खुद नहीं पहुंच पाते रजिस्टर्ड डाक से अपनी समस्याएं पहुंचाते हैं। कुल मिलाकर पीडि़तों के साथ समस्याएं भी एक विभाग से दूसरे विभाग में 'सफर' करती रह जाती हैं।

ऐसे-ऐसे केसेज

1. मऊआइमा क्षेत्र के दोनइया निवासी रघुबीर पटेल की जमीन पर फरवरी माह में कब्जा हुआ। चौकी से थाने तक इंसाफ नहीं मिला। एसएसपी से शिकायत भी बेअसर रही। अब उसने डीआईजी से इंसाफ की गुहार लगाई है।

2. सोरांव के नूरपुर मौजा स्थित देवापुर में जीएस भूमि रामलीला ग्राउंड पर कब्जा। 2018 दिसंबर माह में डॉ। हेमराज को तहसील से कलंदरपुर चौकी, चौकी से थाने तक टरकाया गया। एसएसपी से भी इंसाफ नहीं मिला तो डीआईजी से गुहार लगाई।

3. शंकरगढ़ खेवनापुर निवासी सुखिया देवी पुत्र मूलचंद्र सरोज के पट्टे की जमीन पर कब्जा कर दबंगों ने पिटाई की। शिकायत थाने से लेकर एसएसपी तक की। केस में डेढ माह बाद भी रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई। वकील के साथ डीआईजी से गुहार लगाई।

4. कर्नलगंज के छोटा बघाड़ा निवासी मोहित अग्रवाल के घर पर चढ़ कर दबंगों ने मारा-पीटा। घटना पांच जुलाई को हुई। शिकायत पर आज तक गिरफ्तारी तो दूर रिपोर्ट भी नहीं दर्ज हुई। इंसाफ के लिए शिकायत डीआईजी से की।

5. होलागढ़ के पूरबनारा निवासी विजयशंकर दुबे की जमीन में दबंग घर बनाए। मदद के लिए वह जनवरी 18 को थाने पहुंचा तो तहसील भेजा गया। एसडीएम ने लेखपाल व कानूनगो के पास भेज दिया। समस्या बनी रही दबंग धमकाते रहे। एसएसपी से भी शिकायत बेअसर रही तो वह डीआईजी दफ्तर में प्रार्थना पत्र दिया।

बाक्स

इस तरह हल हो सकती है समस्या

-जमीन से जुड़े केस में लेखपाल कानून-गो तत्काल एक्शन लें।

-जमीन को लेकर मारपीट में तत्काल नाप-जोख कर केस निस्तारित कराए जाय

-जमीन को लेकर हुई घटनाओं में लेखपाल की भी जांच की जाय

-भूमि विवाद के केस में क्षेत्र के लेखपाल को भी निस्तारण की जिम्मेदारी दी जाय

वर्जन

जिन्हें लगता है कि जनपद से उनके साथ सही इंसाफ नहीं होगा वह हम तक आते हैं। मामले में जांच-पड़ताल के बाद मेरे द्वारा उचित कार्रवाई कराई जाती है। राजस्व से जुड़े मामले तो तहसील ही देख सकता है। फौजदारी के केस में तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश रेंज के सभी एसएसपी व एसपी को दिए गए हैं।

कवीन्द्र प्रताप सिंह, डीआईजी रेंज