- बाहरी बदमाशों के छिपने का ठिकाना बनता जा रहा है दून

- प्रेमनगर में सबसे अधिक किराएदार बने पुलिस की मुसीबत

- लोग वेरिफिकशन कराने में लापरवाह, चलेगा सर्च ऑपरेशन

देहरादून

मुंबई के डोंगरी इलाके की तर्ज पर देहरादून में क्रिमिनल्स के छिपने के सबसे बड़े ठिकाने के तौर पर प्रेमनगर का नाम इन दिनों चर्चा में है। क्रिप्टो करेंसी किंगअब्दुल शकूर का किडनैप के बाद मर्डर हो या पेट्रोल पंप कारोबारी गगन भाटिया पर हमला कर लूट, डालर के नाम पर ठगने वाले बदमाश हों या फिर मकोका में वांटेड महाराष्ट्र की रावण गैंग के बदमाश। सभी का कनेक्शन प्रेमनगर से निकला। एजुकेशन हब के रूप में चर्चित दून का प्रेमनगर एरिया बदमाशों की शरण स्थली बनता जा रहा है। लालची लोग आंख मूंद कर किसी को भी किराए पर मकान दे देते हैं, पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं कराते, ऐसे में एक के बाद एक वारदातें हो रहीं हैं। लगातार हो रही वारदातें न केवल लोगों में दहशत पैदा कर रही हैं, वरन पुलिस की भी खूब मशक्कत करा रही हैं। पिछले कुछ दिनों में दून पुलिस को बाहरी बदमाशों ने क्राइम कर खूब छकाया। ऐसे में पुलिस ने अब देहरादून का एक एक घर खंगालने का प्लान बनाया है। शुरुआत प्रेमनगर से होगी।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था आगाह

पिछले दिनों हुई वारदातों में सबसे अधिक मामलों में अपराधियों की पनाहगाह बने प्रेमनगर से पुलिस सर्च ऑपरेशन स्टार्ट करने जा रही है .पुलिस प्रेमनगर थाना इलाके काहर घर खंगालेगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मंडे को किराएदार निकले क्रिमिनल हेडिंग से खबर पब्लिश की तो पुलिस अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लेकर शहर में सघन चेकिंग का प्लान बनाया है। घर किसका है, उसमें कौन रह रहा है, किराएदार या नौकरों का सत्यापन हुआ है या नहीं। इन सब पर फोकस करते हुए पुलिस बडे़ सर्च ऑपरेशन की तैयारी कर रही है। अधिकारियों ने इसके लिए एक्स्ट्रा फोर्स का इंतजाम भी कर रहे हैं। बिना वेरिफिकेशन वाले किराएदारों को बाहर करने और मकान किराए पर देने वालों को सबक सिखाने पुलिस मैदान में उतरेगी। हालांकि समय समय पर देहरादून पुलिस पहले भी किराएदार-नौकर सत्यापन का अभियान चलाती रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से इसकी रफ्तार कम हो गई थी। ऐसे में हाल ही में नेहरू कॉलोनी में चेकिंग की गई तो कई किराएदार बिना वेरिफिकेशन पकड़े गए।

थाने में सत्यापन कराने वालों की कतार:

किराए के मकान में क्रिप्टो करेंसी किंग शकूर का मर्डर करने की घटना के बाद शहर के अधिकतर थाना इलाकों में किराएदार और नौकरों का सत्यापन कराने वालों की कतार लगी है। अकेले प्रेमनगर थाना इलाके में दो दिन में ही सैकड़ों आवेदन आ चुके हैं। सभी थानों में वेरिफिकेशन कराने वालों की लाइन लगी हैं।

इस वर्ष किराएदार सत्यापन के 943 आवेदन:

प्रेमनगर थाने में इस वर्ष किराएदार वेरिफिकेशन के लिए अब तक 943 आवेदन ऑफलाइन आ चुके हैं। देहरादून के किसी भी थाने में यह आंकड़ा सबसे अधिक बताया जा रहा है। इसके अलावा प्रेमनगर इलाके के एजुकेशनल इंस्टीट्यूटस में सबसे अधिक बाहरी स्टूडेंट पढ़ते हैं। उनकी डिटेल्स इंस्टीट्यूट के थ्रू वेरिफिकेशन के लिए आती है। ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या 9000 से अधिक हैं जिनका वेरिफिकेशन कराया गया है।

वेरिफिकेशन के इंतजाम नाकाफी:

किराएदारों का वेरिफिकेशन अभियान चलाकर पुलिस बड़े पैमाने पर अवेयरनेस की बात तो करती है, लेकिन इसके लिए इंतजाम नाकाफी है। हाल ही में उत्तराखंड पुलिस ने किराएदार-नौकर के ऑन लाइन वेरिफिकेशन के लिए जो ऐप बनाया, उसमें ही खामियां हैं। उसमें सिर्फ उत्तराखंड के नागरिक का ही आवेदन हो सकता है। बाहरी लोगों के वेरिफिकेशन के लिए पुलिस थाने से फार्म लेकर मैनुअली भरकर जमा कराना पड़ता है। यहां तक की उत्तराखंड पुलिस का वेरिफिकेशन फार्म तक ऑनलाइन एवेलेबल नहीं हैं, जिसका प्रिंट लेकर मकान मालिक किराएदार से भरवाकर थाने में जमा करा दे। वेरिफिकेशन के लिए लोग थाने-चौकियों के चक्कर लगा रहे हैं।

प्रेमनगर में बदमाशों के ठिकाने

- महाराष्ट्र का रावण गैंग, मकोका में निरुद्ध हुए तो प्रेमनगर में किराए से कमरा लेकर रहते पकड़े गए

- पेट्रोल पंप करोबारी गगन भाटिया को गोली मारकर कैश से भर बैग लूटने वाले भी प्रेमनगर में ठहरे थे

- केरल के क्रिप्टो करेंसी किंग अब्दुल शकूर का मर्डर करने से पहले सभी 15 दिन से प्रेमनगर में थे

- सस्ते में डालर देन का झांसा देकर कागज की गड्डी थमाने वाले ठग भी प्रेमनगर इलाके में रहते थे

तीन मामलों में किराएदार का वेरिफिकेशन नहीं था, पुलिस ने चालान काटा।

56 चालान पहले भी काट चुकी पुलिस:

प्रेमनगर थाना इंचार्ज नरेन्द्र गहलावत का कहना है कि समय समय पर अभियान चलाया जाता है, पिछले दिनों ही 56 लोगों के चालान काटे गए थे, लेकिन इतने बड़े इलाके में हर दिन हर मकान पर नजर रखना तो संभव नहीं है, ऐसे में लोगों को भी अवेयर होने की जरूरत है। थाने आने वाले हर व्यक्ति का आवेदन लेकर किराएदार का वेरिफिकेशन करने को पुलिस तैयार है, लोग आएं और अपने किराएदार कर वेरिफिकेशन कराएं, अन्यथा अभियान में बिना वेरिफिकेशन पाए जाने पर एक्शन होगा।

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शहर में बाहरी लोग आकर ठहरते हैं और आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं, ऐसे में बिना वेरिफिकेशन रह रहे लोगों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाने की तैयारी है। सबसे ज्यादा क्राइम केसेज प्रेमनगर इलाके में सामने आए, ऐसे में अगले सैटरडे-संडे वहां ऑपरेशन चलाने की तैयारी है।

श्वेता चौबे, एसपी सिटी।