कोरोना वायरस एक जानलेवा वायरस है। यह इंसान को काफी आसानी से संक्रमित कर सकता है। यह एक तरह का RNA वायरस है, जो शरीर में प्रवेश करने के बाद लगातार फैलता है। इसके संक्रमण से सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह मनुष्यों के साथ मवेशियों, सूअरों, मुर्गियों, कुत्तों, बिल्लियों और जंगली जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है।
कोरोना का संक्रमण अधिकांश मामलों में खांसी, छींक, संक्रमित चीजों को छूने आदि से फैलता है। यह संक्रमण लार, चुंबन या फिर बर्तन शेयर करने से भी हो सकता है। यह संक्रमण फेफड़ों को संक्रमित करता है, इसलिए खांसते वक्त मुंह से निकले वाली बूंदें सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकती हैं।
इस वायरस से संक्रमित होने के कई दिनों बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। कोरोना वायरस के मरीज़ों में आम तौर पर ज़ुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं। समय पर इलाज नहीं होने से निमोनिया भी हो सकता है।
उस व्यक्ति को मास्क नहीं पहनना चाहिए, जो बीमार नहीं है या फिर जिसे सर्दी-खांसी नहीं है। अगर आपको सर्दी, ज़ुकाम या खांसी है, तो आप मास्क पहन सकते हैं, ताकि दूसरों को ये बीमारी न फैले। जहां तक N95 मास्क की बात है, तो यह उन लोगों के लिए है, जो रोगी के संपर्क में आते हैं या फिर अस्पताल में रोगी का ख्याल रख रहे होते हैं। ऐसे लोगों को N95 मास्क पहनने की ज़रूरत है।
कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा 2 मीटर है, इसलिए अगर आप किसी से दो मीटर की दूरी बनाकर मिलते हैं, तो आपको डरने की ज़रूरत नहीं है।
ऐसी ख़बरें बिल्कुल बेबुनियाद हैं, जिनमें बताया जाता है कि अल्कोहल लेने से कोरोना वायरस ख़त्म हो जाता है। इसका सिर्फ और सिर्फ सेनिटाइज़र के रूप में इस्तेमाल ही फायदेमंद है।
कोरोना वायरस नॉन वेज खाने से नहीं फैलता है, बल्कि ऐसी अफवाह फैलाई जा रही है कि नॉन वेज से संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है। हां, इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि मांस अच्छी तरह पका हो। ज़्यादातर इंफेक्शन कच्चा मांस खाने से होता है।
यह वायरस सिंगापुर जैसे गर्म देशों में भी फैल रहा है, वहीं इटली और साउथ कोरिया जैसे ठंडे देशों में भी इसका कहर है। हां, सर्दी में यह वायरस ज़्यादा समय तक रह सकता है, लेकिन अगर हम अपनी तरफ से इंफेक्शन को रोकने के सभी तरीके अपनाते हैं, तो हम सुरक्षित रह सकते हैं।
कोरोना वायरस को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन या दवा नहीं आई है, क्योंकि यह एक नए तरह का वायरस है। सोशल मीडिया की वजह से इस बीमारी को लेकर डर ज़्यादा है। कोरोना वायरस से मौत की दर 2 से 3% ही है।