RANCHI: एक डॉक्टर कैसे अपने मरीजों से व्यवहार करता है, एक वकील क्या पढ़ कर बैरिस्टर बन जाता है, एक इंजीनियर कैसे अपनी डिजाइन से खूबसूरत घर बनाता है, कुछ इस तरह के अनुभव रिटायर्ड बुजुर्ग स्कूल के बच्चों के साथ शेयर कर रहे हैं। अपने जीवन में उन्होंने क्या अचीव किया, उसके लिए कैसे संघर्ष किया, सब कुछ स्कूल के बच्चों के साथ शेयर कर रहे हैं। रांची जिले में इंटर-जेनरेशनल लर्निंग सेंटर (आईजीएलसी) के तहत स्कूलों में कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों को बुजुर्ग बता रहे हैं कि जिंदगी में सफल होने के लिए क्या करना चाहिए।

रांची में शुरू हुआ है अनोखा प्रयास

स्कूलों के बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार के लिए रांची जिला प्रशासन और हेल्दी एजिंग इंडिया द्वारा इंटर-जेनरेशनल लर्निंग सेंटर (आईजीएलसी) शुरू किया गया है। सेकेंड इंनिंग प्रोजेक्ट के तहत सेवानिवृत्त बुजुर्ग सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भूमिका में नजर आ रहे हैं। झारखंड राज्य शिक्षा परिषद द्वारा इन बुजुर्ग शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है।

अपने अनुभवों के आधार पर पढ़ा रहे हैं

वरिष्ठ नागरिक अपने अनुभव के आधार पर अनुभव साझा कर रहे हैं और सरकारी स्कूलों के उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूली बच्चों को अकादमिक सहायता प्रदान करने में अपना सहयोग कर रहे हैं। इसके लिए रांची में 20-30 लोगों का एक बैच तैयार कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया है।

रांची के 10 स्कूलों में शुरुआत की गयी है

आईजीएलएस की प्रोजेक्ट डायरेक्टर पुष्प लता ने बताया कि रांची जिला प्रशासन और हेल्दी एजिंग इंडिया के सहयोग से यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके लिए जिन बुजुगरें का चयन किया गया है, वे सिर्फ स्कूल के छात्रों के लिए कक्षाएं ही नहीं ले रहे हैं, बल्कि वे बच्चों के संरक्षक के रूप में भी उनको सहयोग कर रहे हैं। इसके लिए रांची के दस स्कूलों में पहले फेज में शुरुआत की गई है। अप्रैल महीने से दस और नए स्कूलों में इसका संचालन किया जाएगा।

मिल रहा है बेहतर रिजल्ट

प्रोजेक्ट डायरेक्टर पुष्प लता ने बताया कि जो बुजुर्ग बच्चों को पढ़ा रहे हैं, वो काफ पढे़-लिखे लोग हैं। कई बडे़ पोस्ट पर काम कर चुके हैं। अब वो अपने अनुभवों के आधार पर बच्चों को सिखा रहे हैं। सभी टीचर स्वेच्छा से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इसके बदले में वे कोई पैसा नहीं लेते हैं। जिन दस स्कूलों में यह शुरू हो गया है, वहां के प्रिंसिपल भी रिव्यू मीटिंग में बताते हैं कि स्कूल के बच्चों में बहुत बदलाव नजर आ रहा है।

रांची जिला प्रशासन सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। इसमें हमें विभिन्न लोगों का सहयोग भी मिल रहा है। रांची जिले में इंटर-जेनरेशनल लर्निंग सेंटर आईजीएलसी के तहत स्कूलों में कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों को बुजुर्ग पढ़ा रहे हैं। बच्चों में बेहतर रिजल्ट भी देखने को मिल रहा है।

राय महिमापत रे, डीसी, रांची