- डीडीयूजीयू अलकनंदा ग‌र्ल्स हॉस्टलर्स की पूरी हुई डिमांड, बढ़ाई गई सिक्योरिटी

- सिक्योरिटी गार्ड की मौजूदगी में मजदूर करेंगे काम, वहीं आईडी और अटैंडेंस के बाद ही मिलेगी हॉस्टल में एंट्री

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू अलकनंदा ग‌र्ल्स हॉस्टलर्स की प्राइवेसी बिल्कुल नहीं डिस्टर्ब होगी। ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम लेकर आई नेक्स्ट में पब्लिश हुई खबर के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की नींद खुल गई है। अब हॉस्टल में न सिर्फ सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है, बल्कि कंस्ट्रक्शन करा रहे ठेकेदार को भी जिम्मेदारों ने कड़ी फटकार लगाई है। वहीं इस पर सख्त कदम उठाते हुए यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर सतीश पांडेय ने बिना आईडी और सिग्नेचर के मजबूरों की एंट्री पर भी पाबंदी लगा दी है। अब पूरा कंस्ट्रक्शन वर्क सिक्योरिटी गा‌र्ड्स की निगरानी में कंप्लीट होगा।

खबर के बाद जागा यूनिवर्सिटी

डीडीयूजीयू के अलकनंदा ग‌र्ल्स हॉस्टल में रहने वाली हॉस्टलर्स ने 23 दिसंबर को वीसी से शिकायत की। उन्होंने यह आरोप लगाया था कि उनके बाथरूम में जाने के बाद मजदूर सीढ़ी लगाकर रोशनदान से झांकते हैं। जिससे वह अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने तत्काल रिपेयरिंग वर्क को बंद कराने के साथ-साथ सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाई थी। इस मामले की जानकारी जैसे ही आई नेक्स्ट को हुई, तो आई नेक्स्ट ने इस खबर को प्रमुखता के साथ पब्लिश किया और जिम्मेदारों को इसकी जानकारी दी।

न्यूज पब्लिश होते ही पहुंचे जिम्मेदार

आई नेक्स्ट में 'सर, बाथरूम में ताक झांक करते हैं वे लोग' हेडिंग से पब्लिश लाइंस से न्यूज पब्लिश हुई, जिसके बाद यूनिवर्सिटी महकमे में हड़कंप मच गया। इसके अगले ही दिन चीफ प्राक्टर डॉ। सतीश चंद पांडेय ने मौके पर पहुंचकर हास्टलर्स की समस्या सुनी। उसके बाद हॉस्टल में काम करा रहे ठेकेदार को बुलाकर मजदूरों की पूरी लिस्ट मांगी। जब ठेकेदार ऐसा करने में असफल हुआ, तो उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मजदूरों की लिस्ट और अटैंडेंस रजिस्टर बनाए जाने के निर्देश दिए। साथ ही सात हॉस्टल के दोनों सुप्रिटेंडेंट को भी वहां मौजूद रहने की हिदायत दी।

बढ़ा दी गई हॉस्टल की सिक्योरिटी

चीफ प्राक्टर डॉ। सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि अलकनंदा हॉस्टल में जितने भी मजदूर लगे हैं। उन सभी का नाम व पता चेक करने के साथ ही आईडी प्रूफ भी चेक किया जाएगा। इसके बाद ही उनसे काम लिया जाएगा। वहीं गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड की संख्या भी बढ़ा दी गई है। दो महिला सिक्योरिटी गार्ड की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है। वहीं वार्डेन से नाराज चल रही है ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की समस्या को सॉल्व करने के लिए परमानेंट मोबाइल पर अवेलेबल रहने का वादा किया है।

आई नेक्स्ट में छपी खबर के बाद से ही अलकनंदा ग‌र्ल्स हॉस्टल में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। साथ ही साथ ठेकेदार को भी रजिस्टर मेनटेन कराने का निर्देश दिया गया है। हर मजदूर की डिटेल्स और सिग्नेचर कराने के बाद ही उनसे काम लिया जाएगा।

- डॉ। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्राक्टर, डीडीयूजीयू