-45 परसेंट तक है बंदी रक्षकों की वैकेंसी, बंदियों की संख्या में लगातार इजाफा

-बरेली सेंट्रल जेल में कई खूंखार अपराधी और आतंकी हैं बंद

BAREILLY: बागपत की जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या के बाद बरेली की जेलों में भी बंदियों और कैदियों की सिक्योरिटी को लेकर टेंशन हो गई है। सेंट्रल जेल और डिस्ट्रिक्ट जेल में बंदियों की संख्या के अनुरूप बंदी रक्षकों की संख्या काफी कम है। करीब 45 परसेंट वैकेंसी बंदी रक्षकों की है। जबकि बरेली की सेंट्रल जेल में डॉन बब्लू श्रीवास्तव, उसके साथी, सीआरपीएफ रामपुर कैंप पर आतंकी हमले के आरोपी और मुंबई ब्लास्ट के आरोपी भी बंद हैं। एडीजी प्रिजन एडमिनिस्ट्रेशन और रिफार्म चंद्र प्रकाश ने प्रदेश की सभी जेलों में अलर्ट जारी किया है।

सिर्फ 105 बंदी रक्षक हैं सेंट्रल जेल में

सेंट्रल जेल में डॉन बब्लू श्रीवास्तव, उसका साथी मंजीत सिंह उर्फ मंगे, सैनी, सीआरपीएफ रामपुर कैंप पर आतंकी हमले के आरोपी फहीम अंसारी, गुलाब खां, कौशर, जंग बहादुर, मो। शरीफ बंद हैं। फहीम अंसारी, मुंबई ब्लॉस्ट में भी आरोपी है। इसके अलावा सेंट्रल जेल में कई कुख्यात अपराधी बंद हैं। सेंट्रल जेल में करीब 2100 कैदी हैं लेकिन यहां बंदी रक्षकों की संख्या सिर्फ 105 है। जेल में दो जेलर, चार डिप्टी जेलर भी पोस्ट हैं लेकिन जेल अधीक्षक की पोस्ट खाली है।

डिस्ट्रिक्ट जेल में भी बंदी रक्षक कम

वहीं डिस्ट्रिक्ट जेल की नई बिल्डिंग बने काफी दिन हो गए हैं, लेकिन बंदी रक्षकों की संख्या में कोई इजाफा नहीं हुआ है। यहां करीब ढाई हजार बंदियों पर सिर्फ 60 बंदी रक्षक हैं। जेल की बिल्डिंग तो बन गई लेकिन यहां न तो फोन सुविधा चालू हुई है और न ही इंटरनेट की सुविधा। पुलिस लाइंस से पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बंदियों को कोर्ट में पेश कराने लगाया जाता है।

जेल में मिल चुके हैं लेटर

सेंट्रल और डिस्ट्रिक्ट जेल में कई बंदी सुसाइड कर चुके हैं। इसके अलावा कई बार जेल के अंदर से मोबाइल पर बात कराने की खबरें आयी थीं, जिसके बाद जैमर लगाने के आदेश आए थे। बरेली सेंट्रल जेल में दो वर्ष पहले एक कैदी बड़कऊ की बैरक से कई लेटर मिले थे, जिसमें उसने जेल प्रशासन पर प्रताडि़त करने के आरोप लगाए थे। उसने एक लेटर पीएन पांडे को भी लिखा था। जेल से दो जजों को धमकी दी गई थी, इसके अलावा जेल अधीक्षक को भी धमकी दी जा चुकी है। जेल प्रशासन पर कई बार प्रताडि़त करने और जेलों में सुविधाएं न देने के भी आरोप लगे हैं।

बागपत जेल में वारदात के बाद सभी जेलों में अलर्ट जारी किया गया है। करीब 45 परसेंट बंदी रक्षकों की वैकेंसी है। जितने संसाधन मौजूद हैं, उन्हीं में बेहतर सुरक्षा और चेकिंग के निर्देश दिए हैं। किसी भी तरह से बाहरी सामान न आने के भी सख्त निर्देश हैं।

चंद्र प्रकाश, एडीजी प्रिजन एडमिनिस्ट्रेशन एंड रिफार्म