कानपुर। पूर्व भारतीय क्रिकेटर फारुख इंजीनियर ने भारतीय चयनकर्ताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, भारतीय टीम को ऐसे चयनकर्ताओं की जरूरत है जिन्हें क्रिकेट की समझ हो। मगर मौजूदा समय में ऐसा कोई भी नहीं है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में फारुख ने कहा, 'हमारे पास इस समय मिकी माउस जैसी सलेक्शन कमेटी है। टीम इंडिया के पास विराट कोहली जैसा कप्तान है जो काफी अच्छा है। मगर सलेक्टर्स कितने क्वाॅलीफाॅयड हैं, यह एक बड़ा सवाल है। पूरी सलेक्शन कमेटी में शामिल सदस्यों ने मिलकर मुश्किल से 10-12 टेस्ट खेले होंगे। वर्ल्डकप के दौरान तो मैं इन सलेक्टर्स को जानता तक नहीं था। तब मैंने कुछ लोगों को टीम इंडिया का ब्लेजर पहने देखा तो मुझे बताया गया कि ये सलेक्टर्स हैं। मुझे याद है कि ये सलेक्टर्स वर्ल्डकप के दौरान अनुष्का शर्मा के लिए चाय लेकर आते थे।' हालांकि फारुख के इस बयान के बाद अनुष्का शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक लेटर पोस्ट कर इन बातों का खंडन कर दिया।

पूर्व इंडियन विकेटकीपर फारूख इंजीनियर का दावा,वर्ल्‍ड कप में अनुष्‍का शर्मा के लिए चाय लेकर आते थे सेलेक्‍टर

सीओए कमेटी का हनीमून हुआ पूरा

यही नहीं फारुख ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाए गई सीओए समिति में शामिल लोगों की प्रतिभा पर भी सवाल उठाए। फारुख ने कहा, 'सौरव गांगुली के हाथों में बीसीसीआई की कमान आने से यह तसल्ली है कि कोई क्रिकेटर अब बोर्ड को चलाएगा। मेरी राय में सीओए कमेटी ने पूरी तरह से समय बर्बाद किया और कुछ नहीं।' पुणे में दिलीप वेंगसरकर क्रिकेट एकेडमी आए इंजीनियर ने बातचीत में आगे कहा, 'सीओए कमेटी में शामिल लोगों को क्रिकेट का बिल्कुल आइडिया नहीं था। डायना इडुल्जी ने नाम मात्र का क्रिकेट खेला है। यहां आपको ऐसे शख्स की जरूरत होती है जिस टेस्ट क्रिकेट और इंटरनेशनल मैचों का अनुभव हो। सुप्रीम कोर्ट ने जिस कमेटी के लिए आदेश दिया था, उसमें शामिल किए गए लोगों का चुनाव गलत किया गया था।

गांगुली के अध्यक्ष बनने पर खुश

भारत के लिए 46 टेस्ट खेलने वाले पूर्व विकेटकीपर फारुख ने सीओए कमेटी के मेंबर्स के छोटे कार्यकाल को हनीमून पीरियड का नाम दिया। फारुख कहते हैं, 'मैंने पढ़ा था कि सीओए मेंबर्स को 3.5 करोड़ु रुपये दिए गए हैं। मुझे लगता है कि इनका हनीमून अब खत्म हो गया।' गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने पर फारुख ने कहा, 'वह एक डैशिंग खिलाड़ी रहे हैं। वह ऐसे कप्तान थे जिन्होंने हमेशा कड़े निर्णय लिए। मुझे उम्मीद है कि वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लिए कुछ बेहतर करेंगे।'

Cricket News inextlive from Cricket News Desk