फोटोग्राफी से जुड़े लोग पहुंचे भुखमरी की कगार पर

पांच करोड़ का कारोबार अब 50 लाख पर ही सिमटा

आगरा। स्मार्टफोन फोटोग्राफर्स का दुश्मन बन चुका है। वह भी मोहब्बत की निशानी ताजमहल में। स्मार्टफोन से सेल्फी लेने के कारण देशी-विदेशी पयर्टक फोटोग्राफर से फोटो नहीं खिंचाते हैं। इसलिए कई वर्षो से फोटोग्राफी कर अपना परिवार पाल रहे फोटोग्राफर के सामने जीविका चलाने का संकट खड़ा हो गया है। कभी पांच करोड़ रूपये तक का आंकड़ा छूने वाला ये कारोबार घटकर 50 लाख तक पर आ चुका है। लगातार फोटोग्राफर भी कम हो रहे हैं।

पर्यटक लेते हैं सेल्फी

मौजूदा समय में स्मार्टफोन फोन के बढ़ते चलन से हर दूसरा व्यक्ति मोबाइल धारक है। ताजमहल के दर्शन को आने वाले पर्यटकों को अपनी फोटो सेव व यादगार बनाए रखने के लिए कैमरे की जरुरत नहीं है। वह अपने पास रखे महंगे स्मार्टफोन की सहायता से अपनी फोटो या वीडियोग्राफी कर लेते हैं। अब उन्हें फोटोग्राफर्स को तलाशने की आवश्यकता नहीं रहती।

90 फीसद तक आई गिरावट

सिर्फ ताजमहल पर फोटो खींचने का कारोबार पांच करोड़ रूपये तक का है, लेकिन आज ये कारोबार तंग हाल से जूझ रहा है। कारोबार से जुडे़ लोग बताते हैं कि 2008 तक कारोबार की स्थिति ठीक थी। तब तक स्मार्टफोन का चलन नहीं था, लेकिन आज स्मार्टफोन ने फोटोग्राफर्स की डिमांड को कम कर दिया है। इस कारण 90 फीसद तक कारोबार का ग्राफ नीचे आ गया है। घटकर ये कारोबार महज 50 लाख रूपये पर ही सिमट रहा है।