- केएमसी हॉस्पिटल में ट्रोमा पर सेमीनार का आयोजन

- उत्तर भारत के 300 डॉक्टर्स ने लिया भाग

Meerut: केएमसी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में ट्रोमा विषय पर सेमीनार आयोजित किया गया। इसमें उत्तर भारत के फ्00 डॉक्टर्स ने भाग लिया और दुघर्टनाग्रस्त व्यक्तियों को बेहतर ट्रीटमेंट देने पर डिस्कशन किया।

विस्तार से चर्चा

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा। प्रदीप भारती ने दीप प्रज्जवलित करके किया। मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली से आए डॉ। आसीत मिश्रा ने सड़क दुर्घटना के बाद मरीज को अस्पताल तक ले जाने की सबसे मुख्य जिम्मेदारी और आधुनिकतम चिकित्सीय तरीकों के बारे में बताया। बत्रा हॉस्पिटल के डॉ। आशीष गुप्ता ने गंभीर सिर की चोटों और रीढ़ की हड्डी की गंभीर चोटों की चिकित्सा के बारे में विस्तार से बताया।

बरतें सावधानी

पेट में अधिकांश चोटें सड़क दुर्घटना, गनशॉट और चाकू लगने से सामने आती है। ये चोट पेट के अंगों के लिए जानलेवा साबित होती है। इसके लिए डॉ। मेधावी तोमर ने और डॉ। सुनील गुप्ता ने इन चोटों से कैसे बचाव और चिकित्सा की जाए, इसके बारे में बताया। छाती में लगने वाली चोटें, गनशॉट और स्टैब इंजरी की जानकारी और इमरजेंसी में उसके इलाज की जानकारी अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली के डॉ। अनूप गन्जू ने दी।

कार्यक्रम को सफल बनाने में डा। रेनू बंसल, केएमसी कॉलेज ऑफ नर्सिग की निर्देशिका पूनम कौशिक और सभी चिकित्सकों का सहयोग रहा।