अमेरिकी सीनेट ने दी मंजूरी

अमेरिकी सीनेट ने डॉक्टर विवेक हैलेगल मूर्ति के नाम को 19वें सर्जन जनरल के लिए सहमति दे दी है. गौरतलब है कि नेशनल रायफल एसोशिएशन डॉ. मूर्ति के नाम का कड़ा विरोध कर रही थी. लेकिन कल हुए मतदान में डॉ. मूर्ति के पक्ष में 51 पड़े और विपक्ष में 43 मत पड़े जिससे डॉ. मूर्ति के नाम को सीनेट की मंजूरी मिल गई. उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सीनेटर डिक डुरबिन ने ओबेसिटी (मोटापे), टॉबैको और अन्य बीमारियों से लड़ने के कमिटमेंट के लिए डॉक्टर मूर्ति की सराहना की. गौरतलब है कि अमेरिका की 84% स्वास्थ्य देखभाल लागत इन बीमारियों से लड़ने में व्यय होती है. इसके साथ ही अमेरिका में मौत के शीर्ष 10 कारणों में से सात इन बीमारियों से जुड़े हुए हैं. सीनेट द्वारा मंजूरी मिलने के साथ ही डॉ. मूर्ति अमेरिकी प्रशासन के पब्लिक हेल्थ सर्विस कमिशंड कॉर्प्स के ऑपरेशनल हेड बन गए हैं. इसके अंतर्गत वह पब्लिक हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर अमेरिकी सरकार की तरफ से आधिकारिक बयान देने की जिम्मेदारी निभाएंगे.

डॉ. मूर्ति की योग्यता पर कोई सवाल नही

अमेरिकी सीनेटर डिक डुरबिन ने डॉ. मूर्ति के सर्जन जनरल बनने पर कहा, 'मेरा मानना है कि डॉक्टर मूर्ति अपने समक्ष राष्ट्रीय समस्याओं के महत्व को समझते हैं और उनके अनुभवों, उनके प्रशिक्षण और उनकी दृढ़ता ने उन्हें वे योग्यताएं उपलब्ध कराई हैं, जिनकी उन्हें इन मुद्दों से निपटने के लिए आवयकता है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'मूर्ति न केवल एक बेहतरीन डॉक्टर और जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं बल्कि वह अपने समुदाय और परिवार के साथ भी करीब से जुड़े हैं.' एक अन्य सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा, 'इस पद के लिए डॉक्टर मूर्ति की योग्यता को लेकर कोई सवाल ही नहीं है.' इसके अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी से सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल ने कहा, 'डॉक्टर मूर्ति की साख को लेकर कोई सवाल नहीं है. वह बेदाग, असंदिग्ध और निर्विवाद हैं.'

भारतीयों ने चलाया था कैंपेन

अमेरिका में डॉक्टर विवेक मूर्ति को सर्जन जनरल पद पर चुने जाने के लिए होने वाले मतदान से पहले भारतीय मूल के अमेरिकियों ने उनके समर्थन में देशव्यापी अभियान शुरू किया था. उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पिछले साल नवंबर में 37 वर्षीय डॉ. मूर्ति को सर्जन जनरल के तौर पर नामित किया था और मंगलवार को इसकी पुष्टि के लिए सीनेट में मतदान होगा. भारतीय मूल के अमेरिकी एमआर रंगास्वामी ने कहा,"भारतीय प्रवासी (इंडियन डिसपोरा) डॉक्टर मूर्ति के लिए लामबंद हो गए हैं, क्योंकि वह सर्जन जनरल के लिए सुयोग्य उम्मीदवार हैं. इसके लिए 100 स्वास्थ्य संगठन साथ हैं. वह न केवल एक नेता हैं बल्कि सफल शिक्षक, उद्यमी और अनुसंधान वैज्ञानिक भी हैं." गौरतलब है कि नेशनल रायफल एसोशिएशन के विरोध के चलते कई सीनेटर उनके नामांकन के विरोध में थे. इसके कारण सीनेट में यह नामांकन एक साल से अधिक समय से लंबित पड़ा हुआ था. हालांकि, भारतीय मूल के अमेरिकियों के प्रयास के कारण कई सीनेटर मूर्ति के समर्थन में आ गए हैं.

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