- शासन के उप सचिव ने सभी स्टेट यूनिवर्सिटी को लेटर भेजकर दिव्यांग अध्ययन विभाग बनाने के दिए निर्देश

- दिव्यांगजनों के पुनर्वास के लिए भी कॉमर्शियल एकेडमिशियन तैयार करने के भी दिए निर्देश

बुनियादी सुविधाएं मौजूद रहेंगी
Inext_Gorakhpur /gor@123
GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में जल्द ही दिव्यांग स्टूडेंट्स के लिए हर बुनियादी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। यहां उनके लिए रैंप भी होगा और बाकी जरूरी चीजों के खास इंतजाम भी। ऐसा करने के लिए शासन से सभी स्टेट यूनिवर्सिटी को फरमान जारी किया गया है, जिसके तहत उन्हें दिव्यांगों के लिए अलग से अध्ययन विभाग ही बना देना है। इसमें उनके लिए सभी जरूरी बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया कराई जानी हैं, जिससे उनका डेवलपमेंट हो सके और फ्यूचर की राह में किसी तरह का रोड़ा सामने ना आ सके।

पुनर्वास के लिए प्रोफेशनल एकेडमिशन
शासन की ओर से यूनिवर्सिटी के सभी रजिस्ट्रार को भेजे गए लेटर में दिव्यांगों के लिए दिव्यांग अध्ययन विभाग बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही यह भी निर्देशित किया है कि दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए भी खास इंतजाम किए जाएं और इनके बीच से ही प्रोफेशनल एकेडमिशन तैयार किए जाएं, जिससे यह अपने पैरों पर ही खड़े हो सकें और इन्हें किसी दूसरे पर निर्भर न रहना पड़े। इसके लिए शासन ने जिम्मेदारों से एक्शन टेकेन रिपोर्ट भी तलब की है। जिससे कि इस संबंध में काम काफी तेजी से किया जा सके।

पहले भी यूनिवर्सिटी शुरू कर चुकी है काम
दिव्यांगों की बेहतरी के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पहले से ही काम शुरू हो गया है। रजिस्ट्रार शत्रोहन वैश्य की पहल पर सभी विभागों में दिव्यांगों के लिए मौजूद सुविधाओं का लेखा-जोखा तो तलब किया ही जा चुका है, वहीं उन्हें और क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध करानी है, उसकी लिस्ट भी मांगी गई है। इससे यूनिवर्सिटी में दिव्यांगों के लिए बेहतर सुविधाएं मौजूद रहेंगी और वह भी समाज की मुख्य धारा के साथ कदमताल करते हुए नजर आएंगे।