-साथ रहे नौकर से पुलिस ने की घंटों पूछताछ

PRATAPGARH(30 Nov, JNN): गुटखा व्यापारी अमित कसौधन की मौत कई सवाल खड़े कर गई है। घटना के बाद से लेकर कई घंटे तक पुलिस इसे हादसा कहती रही, लेकिन परिजन इसे सीधे तौर पर हत्या बताते रहे। बाद में पुलिस ने हत्या व लूट का मामला दर्ज भी किया। यहीं पर पहला सवाल यह कि अगर यह हत्या है तो फिर सवाल यह अहम है कि इसके पीछे कौन है।

जाते रहते हैं लखनऊ-कानपुर

शहर के अधिकांश व्यापारी अपने व्यापार के सिलसिले में कानपुर लखनऊ जाते आते रहते हैं। ऐसा भी नहीं कि अमित कोई पहली बार कानपुर के लिए जा रहे थे। वह इसके पहले न जाने कितनी बार कैश के साथ ऐसा सफर कर चुके थे। फिर आखिर यह वारदात कैसे हुई या कराई गई।

घंटों हुई पूछताछ

अमित के साथ रहे नौकर अबुल से पुलिस ने घंटों पूछताछ की। उसने जो बताया उसमें हादसे की संभावना भी नजर आई। पुलिस इस पर गंभीर होती, तभी यह सवाल कौंधा कि इतना बड़ा हादसा हुआ तो फिर अबुल को मामूली चोट ही कैसे आई। जो स्कूटी बोलेरो व दीवार के बीच पिसकर चकनाचूर हो गई उसमें पीछे बैठा व्यक्ति कैसे बच गया। सवाल यहीं पर खत्म नहीं होते। व्यापारी के घर वाले कह रहे हैं कि जिन बैगों में पान मसाला के कूपन थे वह बैग सलामत हैं, जिसमें कैश था वही बैग गायब हुआ। इसने घटना को और उलझा दिया। साथ रहे नौकर की बातों पर यकीन करें तो सामने से अचानक आई बोलेरो की तेज रोशनी से आंखें बंद हो गईं और कुछ समझ में नहीं आया। पलभर में सब हो गया। गाड़ी भाग गई तो अमित घायल दिखे।

सबसे पहले पहुंची अबुल की पत्नी

व्यापारी अमित की मौत के मामले में घटनास्थल पर सबसे पहले अबुल की पत्नी पहुंची। पुलिस उसे भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार अबुल के बहन, बहनोई आदि को भी कानपुर जाना था। उसकी पत्नी उनको लेकर स्टेशन गई थी। अबुल को देर हुई तो उसने फोन किया। घटना की जानकारी होने पर वह स्टेशन से सीधे मौके पर पहुंच गई।

दो सौ मीटर पर है अबुल का घर

अबुल पिछले पांच छह साल से गुटका व्यवसायी के साथ काम कर रहा था। वह उनका काफी विश्वसनीय माना जाता था। उसका कहना था कि वह खुद कई बार वह बड़ी बड़ी रकम लेकर सामान लेने व भुगतान करने गया है। घटना स्थल से बमुश्किल दो सौ मीटर की दूरी पर ही उसका घर भी था। पैसे गायब होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इसीलिए सबसे पहले उसे व उसकी पत्नी को हिरासत में लिया।