-दिन में सर्वर ठप होने से नहीं फिल हो पा रही जीएसटी की डिटेल

-पांच मिनट बाद आ रहा ओटीपी, फॉर्म फीड करने के पहले ही हो जा रहा रिजेक्ट

बरेली: जीएसटी ऑडिट की लास्ट डेट 30 नवंबर है। जैसे-जैसे डेट नजदीक आ रही है व्यापारियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। जीएसटी ऑडिट फाइल करने में अब व्यापरियों के लिए सर्वर गले की फांस बना हुआ है। दिन में सर्वर ठप होने की वजह से जीएसटी की डिटेल्स नहीं निकल पा रही हैं जिससे वे फॉर्म नहीं फिल कर पा रहे हैं तो वहीं रात में ओटीपी पांच मिनट के बाद आ रही है जिसे सीए को बताने में कारोबारी लेट कर दे रहे हैं जिससे ओटीपी कैंसिल हो जा रहा है।

मिस मैच से बढ़ी प्राब्लम

इनकम टैक्स और जीएसटी के दायरे में आने वाले कारोबारियों को सालभर में 16 बार रिर्टन दाखिल करना पड़ रहा है, जिसमें जीएसटी आर वन और जीएसटी आर थ्रू बी 12-12 बार भरना पड़ रहा है। जबकि जीएसटी आर 9 एनुअली दाखिल करना पड़ रहा है। ऐसे में एक बार भी सेल डिटेल्स या टैक्स डिटेल्स में मिस मैच हुआ तो कारोबारियों को एनुअली ऑडिट के दौरान दिक्कत आ रही है। जिसके कारण सीए भी उनका साथ नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें भी डर है कि कहीं कारोबारी ने गलत इनपुट दिया तो फाइन उन्हें भी भरना पड़ सकता है। इसके कारण ऑडिट रिपोर्ट में पूरी तरह से वे ईमानदारी दिखा रहे हैं।

गेस्ट-होटल ओनर्स को राहत

एक दिन पहले जीएसटी के रूल्स में संशोधन किया गया है। इसमें होटल्स के रूम्स रेंट पर लागू की गई जीएसटी भी शामिल है। जिसके मुताबिक एक हजार रुपये तक के रूम्स पर कोई जीएसटी नहीं लगेगी। हालांकि ये रुल्स पहले भी लागू था, लेकिन उसके ऊपर 7500 रुपये किराए तक के रुम पर 18 परसेंट की जगह 12 परसेंट जीएसटी चार्ज करना होगा। इसके ऊपर के रूम्स के किराए में अब 18 परसेंट जीएसटी चार्ज देना होगा। जबकि पहले 28 परसेंट चार्ज लगता था। ऐसे में एक्सपर्ट कहते हैं कि गेस्ट और होटल मालिक को भी लाभ होगा, क्योंकि अक्सर जीएसटी होटल मालिक को ही जीएसटी चार्ज करना होता था।

नये रुल्स से सीए की रेस्पांसवेल्टी और बढ़ गई है। ऑडिट में हर बिंदुओं का बारीकी से अध्ययन करना पड़ रहा है। क्योंकि मिस्टेक होने पर भी फाइन का प्रावधान है। रात में ही सर्वर चल पा रहा है। हालांकि अब होटल के रूम्स के किराए पर लागू जीएसटी में कटौती की है, जिससे गेस्ट और होटल मालिक को लाभ होगा।

-अनुभी अग्रवाल, सीए

जीएसटी ऑडिट कराने के लिए कारोबारियों की पूरी तैयारी थी, लेकिन मिस मैच और सर्वर स्लो होने के कारण दिक्कत हो रही है। रात में ऑपरेटर काम करने से भागते हैं। ऐसे में दिक्कत हो रही है।

-राजेश जसोरिया महानगर महामंत्री उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल

सर्वर स्लो होने के कारण दिक्कत हो रही है, लेकिन सरकार इसे अपडेट करा रही है। एक दिन पहले ही सरकार के फैसले से 80 परसेंट कारोबारियों को लाभ हुआ है।

-दुर्गेश खटवानी अध्यक्ष केमिस्ट एसोशिएशन

जीएसटी कम होने से गेस्ट को लाभ होगा। लेकिन होटल मालिकों के बारे में भी सोचना चाहिए। इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शिकंजा कसना चाहिए।

-देवेंद्र पाठक होटल संचालक

सरकार का फैसला गेस्ट हित में है। इससे अब गेस्ट अच्छी फेसिलिटी वाले रूम्स को पसंद करेंगे।

-सूजा खां सचिव होटल्स वेलफेयर एसोसिएशन