इसे असानी से मैनेज कर सकते हैं
विज्ञान परिषद के खचाखच भरे सेमिनार हाल में इंजीनियरिंग एस्परेंट्स से राजीव खुराना ने कहा कि आमतौर पर ये बिट्टू टाइप प्रॉब्लम लगभग हर घर की है। कारण, साफ है कि हर पैरेंट्स अपने बच्चों को सुखी, संतुष्ट व कामयाब देखना चाहते हैं। ऐसे में पैरेंट्स वहीं कॅरियर चूज करने की सलाह देते है जिसके बारे में बखूबी जानते हैं। स्टूडेंट्स को यह चाहिए कि वह कॅरियर को लेकर पैरेंट्स की जानकारी को इम्पू्रव करे। पैरेंट्स के साथ डिस्कस करे, उनको दूसरे कॅरियर के बारे में बताए, उसकी ग्रोथ के बारे में भी बताए। पैरेंट्स खुद बात को समझ जाएंगे। दो सेशन में आर्गनाइज सेमिनार में इंजीनियरिंग एस्परेंट्स के साथ ही बड़ी तादाद में पैरेंट्स भी शामिल हुए। प्रोग्राम में वीआईटी से आए प्रो। तपन दास व अरोग्यस्वामी ने भी वीआईटी को लेकर एस्परेंट्स की क्वेरीज शांत की।
नॉलेज, स्किल व एथिक्स जरूरी
आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज के फस्र्ट सेशन में प्रो। जीएन पांडेय ने इंजीनियरिंग इंट्रेस एग्जाम के सेलेबस व प्रिपरेशन के बारे में एस्परेंट्स को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लाइफ में सक्सेस आपकी नॉलेज, स्किल व एथिक्स पर बेस है। नॉलेज की उपलब्धता सुगम व सरल हो गई है। अब आप इंटरनेट पर एक क्लिक में पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं स्किल आपकी ग्रोथ व एथिक्स सेल्फ कांफिडेंस को इम्पू्रव करती है। प्रो। बीआर सिंह ने इंजीनियरिंग के प्रजेंट सिनेरियो की डिटेल में इंफार्मेशन दी। उन्होंने डिफरेंट सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि जहां इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर निकले हजारों इंजीनियर्स को रोजगार नहीं मिल रहा है। वहीं इसका दूसरा पहलू यह भी है कि बड़ी कंपनियां को अच्छे इंजीनियर्स नहीं मिल पा रहे हैं।
Set करें career plan
प्रो। एससी रोहतगी ने एस्परेंट्स से ब्राड माइंड सेटअप के साथ कॅरियर प्लान करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग की प्रिपरेशन करने वाला हर एस्परेंट्स आईआईटी व एमएनएनआईटी में एडमिशन की चाह रखता है। न मिल पाने वह डिप्रेशन का शिकार होने लगते है। ऐसा नहीं है कि देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर इन्हीं से निकले हों। जबरदस्त कॉम्पिटिशन और भीड़ के इस प्रजेंट सिनेरियो में खुद को स्टैंड करने के लिए माइंड सेट ब्राड कीजिए। दूसरे अच्छे कॉलेज में भी एडमिशन लीजिए। वहीं सेकंड सेशन में आए सीके द्विवेदी ने किसी के प्रेशर व देखादेखी कॅरियर प्लान करने पर मनाही की। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ पैसा कमाने के मकसद से इंजीनियरिंग में मत आइए। बहुत सी ऐसी फील्ड है जहां इंजीनियरिंग की तुलना में कई गुना ज्यादा पैसा है। बिना इनोवेटिव सोच और जुनून के सक्सेसफुल इंजीनियर बन पाना मुश्किल है।
हर दिन आ रहे है global marke में change
जेके इंस्टीट्यूट के डॉ। एनके शुक्ला ने इंजीनियरिंग एस्परेंट्स को प्रजेंट में ग्लोबल मार्केट में इजीनियर्स की डिमांड के बारे में डिटेल में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्लोबल मार्केट में हर दिन नए बदलाव आ रहे हैं, डिमांड बदल रही है। ऐसी कंडीशन में आप इन बदलावों में तभी खुद को सेट कर पाएंगे, जबकि आपने डीप स्टडी की होगी। सिर्फ इंजीनियरिंग ही नहीं बल्कि हर फील्ड में अच्छे, इनोवेटिव सोच और हार्ड वर्क वाले वर्कर्स की तलाश है। इस दौरान उन्होंने हांडा कंपनी के संस्थापक मिस्टर हांडा का एग्जापल भी एस्पिरेंट्स के सामने रखा।