रांची (ब्यूरो)। गांव के दो अन्य लोग भी गायब हैं, जिनकी भी हत्या की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पुलिस को इन दोनों के संबंध में खबर लिखे जाने तक किसी तरह की सूचना नहीं मिल सकी थी। मंगलवार की दोपहर इस घटना की जानकारी मिलने पर गुदड़ी थाना पुलिस घटनास्थल की ओर रवाना हो चुकी थी। घटनास्थल बुरुगुलीकेरा गांव सोनुआ से 35 किलोमीटर दूर सुदूर जंगल और घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में है। लिहाजा पुलिस सुरक्षा को केंद्र में रखकर वहां पहुंचने में काफी सावधानी बरत रही है।

हत्या से पूर्व पिटाई, ले गए जंगल

गुदड़ी थाना प्रभारी अशोक कुमार के मुताबिक पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा रविवार को ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान पत्थलगड़ी समर्थकों का हुजूम पत्थलगड़ी का विरोध करनेवाले उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों को पीटने लगे। इससे डरकर उनके परिजन वहां से भाग गए। इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक सभी को उठाकर जंगल की ओर ले गए। रविवार को उनके घर वापस नहीं लौटने पर सोमवार को उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों के परिजन गुदड़ी थाना पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मामले की छानबीन में लगी ही थी कि मंगलवार दोपहर को संबंधित लोगों की हत्या कर उनका शव जंगल में फेंक दिए जाने की सूचना मिली।

पत्थलड़ी समर्थकों से हटाए जा रहे हैं मुकदमे

हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसी दिन शाम को हुई कैबिनेट की बैठक में हेमंत सरकार ने फैसला लिया कि पत्थलगड़ी समर्थकों पर लगाए गए देशद्रोह के मुकदमे खत्म किए जाएंगे। माना गया कि पूर्व की सरकार ने गलत तरीके से इन लोगों पर मुकदमा किया था। फैसले के बाद ऐसे लोगों से मुकदमा वापस लिए जाने की कवायद शुरू हो चुकी है। देखना होगा इस घटना के बाद सरकार का क्या रुख होता है।

ranchi@inext.co.in

Crime News inextlive from Crime News Desk