-डाक विभाग में हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े का मामला

-आरोपियों के मददगार सात कर्मचारियों का दूसरे रीजन में हुआ तबादला

-अन्य कर्मचारी और अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज

GORAKHPUR डाक विभाग में हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े मामले में चीफ पोस्ट मास्टर जनरल ने सात कर्मचारियों का तबादला गोरखपुर रीजन से दूसरे रीजन में कर दिया है। इस आदेश के आते ही जहां रुपए गंवाए खाताधारकों में खुशी की लहर है। वहीं तबादले की सूचना पर पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

कई अन्य कर्मचारी भी हैं लाइन में

डॉयरेक्टर ऑफ जनरल डाक विभाग, नई दिल्ली के आदेश पर चीफ पीएमजी एमई हक ने सात कर्मचारियों को अन्य रीजन में तबादला करने का निर्देश जारी किया है। क्भ् अक्टूबर को आए इस निर्देश के बाद से डाक विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। एमआईएस के रुपए गंवाए खाताधारक जहीर आलम और सदानंद शुक्ला ने बताया कि तबादला उन्हीं कर्मचारियों का किया गया है जो आरोपी एजेंट महेंद्र नाथ पाठक, शिवराज पाठक और माधुरी पाठक की मदद किए थे। आरोपी के मददगार बाकी के कर्मचारियों के भी तबादले किए जाएंगे। इस मामले में तत्कालीन एसएसपी आलोक ओझा ने करीब क्ब् से ज्यादा कर्मचारियों को निलंबित किया था। इसके बाद डाक विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से दोषी कर्मचारियों का ताबादला दूसरे रीजन में करने का निर्देश जारी कर दिया। उधर रुपए गंवाए खाताधारकों की मानें तो मामले में एफआईआर हो गई, कुछ कार्रवाई भी हुई, लेकिन आज भी उनके पैसे नहीं मिले।

इन पर गिरी गाज

क्- उमाशंकर सिंह को बरेली रीजन के मेरठ डिवीजन में

ख्- प्रियंका सिंह को बरेली रीजन के मेरठ डिवीजन में

फ्- हितेंद्र कुमार यादव को बरेली रीजन के मेरठ डिवीजन में

ब्- केशव प्रसाद गुप्ता को आगरा रीजन के मैनपुरी डिवीजन में

भ्- घनश्याम वर्मा को कानपुर रीजन के फतेहगढ़ डिवीजन में

म्- योगेश नारायण पाल को कानपुर रीजन के फतेहगढ़ डिवीजन में

7- योगेश कुमार पटेल को कानपुर रीजन के बांदा डिवीजन में

गोरखपुर डाक विभाग में हुए करोड़ों रुपए के फर्जीवाडे़ मामले की जांच चल रही है। इस मामले में सात कर्मचारियों का तबादला अन्य रीजन में किया गया है। बाकी दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

एमई हक, चीफ पीएमजी, लखनऊ परिमंडल