लखनऊ (पीटीआई / एएनआई)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित छह विधायक और सीतापुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में शनिवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए। सपा में शामिल होने वाले विधायकों में सीतापुर से भाजपा विधायक राकेश राठौर और बसपा के बागी असलम रैनी (श्रावती), सुषमा पटेल (मडियाहोन), असलम अली (हापुड़), हकीम लाल बिंद (हंडिया), मुजतबा सिद्दीकी (फूलपुर) और हरगोविंद भार्गव (सिधौली) शामिल हैं। इन सभी ने आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प व्यक्त किया।

अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा

इस दाैरान अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और यह भी दावा किया कि भाजपा और कांग्रेस एक ही हैं। सपा प्रमुख ने यहां सत्तारूढ़ पार्टी पर तंज कसते हुए कहा, राज्य के लोग इतने आंदोलित हैं कि आने वाले दिनों में भाजपा का सफाया हो जाएगा। विधायक राकेश राठौर का इस्तीफा संकेत है कि भाजपा के कुछ अन्य लोग भी चुनावी राज्य में उनके संपर्क में हैं। साथ ही अखिलेश यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर यह कहने के लिए भी कटाक्ष किया कि भाजपा के घोषणा पत्र के 90 प्रतिशत काम पूरे हो चुके हैं और "लोक कल्याण संकल्प पत्र" में शेष 10 प्रतिशत काम अगले कुछ महीनों में लिया जाएगा।

बसपा विधायकों ने संकेत दिया था कि जल्द ही वे स्विच कर सकते

बता दें कि इस साल की शुरुआत में भाजपा विधायक राकेश राठौर द्वारा कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने लोगों से ताली बजाने और ताली बजाने को गलत कहा था। अक्टूबर 2020 में राज्यसभा के लिए पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम के नामांकन का विरोध करने के बाद बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले बसपा के बागियों को निलंबित कर दिया था। उन्होंने कथित तौर पर इस साल की शुरुआत में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और संकेत दिया था कि जल्द ही वे स्विच कर सकते हैं।

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