13 साल की उम्र:

कभी बचपन में शहर की छोटी गलियों में खेलने वाले अनिल कुंबले 13 साल की उम्र में ही ‘यंग क्रिकेटर्स’ नाम के क्लब से जुड़ गए। इसके बाद उनका यह सफर धीरे धीरे मंजिल की ओर चल पड़ा।

फस्ट क्लास डेब्यू:  

अनिल कुंबले का फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के खिलाफ 1989 में हुआ था। इस दौरान इन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। जिससे इसके बाद ही उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ अंडर 19 टीम में खेलने का मौका मिला।

जानें 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने वाले अनिल कुंबले से जुड़ी ये खास 7 बातें...

विकेट लेने का रिकार्ड:

कुंबले के नाम 132 टेस्ट मैच की 236 पारियों में 619 और 271 और एकदिवसीय मैच की 265 पारियों में 337 विकेट लेने का रिकार्ड दर्ज है। कुंबले टेस्ट मैचों में वह दुनिया के तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज माने जाते हैं।

बल्लेबाजी पर पकड़:

अनिल कुंबले गेंदबाज होने के साथ ही बल्ले पर भी अपनी मजबूत पकड़ मैदान पर रखते थे। वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच अर्धशतक और एक शतक लगाने में कामयाब हुए।

जानें 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने वाले अनिल कुंबले से जुड़ी ये खास 7 बातें...

पद्म भूषण से सम्मानित:

बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए उन्हें 1995 में अर्जुन अवार्ड के रूप में दिया गया था। इसके बाद 2005 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।

जंबो बुलाने लगे:

अनिल कुंबले का ‘कुंबले’ सरनेम उनके केरला नाम के एक गांव के नाम पर रखा था। कुंबले की हाइट काफी अच्छी है। इसलिए उन्हें लोग उन्हें ‘जंबो’ के नाम से बुलाते हैं। अनिल को आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में विशेष स्थान प्राप्त हैं।

जानें 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने वाले अनिल कुंबले से जुड़ी ये खास 7 बातें...

मैकेनिकल इंजीनियर:

अनिल कुंबले ने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से पढाई की। उन्होंने 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की है। वह क्रिकेटर होने के साथ ही मैकेनिकल इंजीनियर भी हैं।

inextlive from Cricket News Desk

Cricket News inextlive from Cricket News Desk