-दृष्टिहीन छात्रा ने बताया दर्द, बोली बाकी शिक्षक भी कम नहीं

-छात्रों का आरोप, गुरुजी करते हैं पोर्न मूवीज डाऊनलोड करने की डिमांड

-डीएसडब्ल्यू कार्यालय में एकजुटता की दुहाई

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में संगीत एवं प्रदर्शन कला विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। धर्मपाल के खिलाफ वेडनसडे को भी इसी विभाग की एक दृष्टिहीन छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाकर सनसनी मचा दी थी। इसके बाद भी विश्वविद्यालय के अफसरों ने हद दर्जे की लापरवाही बरतते हुए उसके आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया और पूरे दिन टाल मटोल करते रहे। एक अफसर ने यहां तक कहकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की कि छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर की घटना के हैं।

पर्दा डालने में लगे रहे अधिकारी

बता दें कि संगीत विभाग में चल रही गड़बडि़यों की जांच के लिए बुधवार को हाई पावर कमेटी विभाग में पहुंची थी। सुनवाई के बीच में ही यहां की एक दृष्टहीन छात्रा ने डॉ। धर्मपाल पर आरोप लगाया था कि उसका कई महीनों से यौन उत्पीड़न कर रहे हैं। हाई पावर कमेटी ने उससे लिखित में शिकायत करने को कहकर मामले को टालने की कोशिश की थी। उधर, यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन पूरे दिन बी म्यूज थर्ड इयर की छात्रा के आरोपों पर पर्दा डालने में लगा रहा।

फूंका पुतला, खोत को भी लपेटा

विवि प्रशासन के अधिकारियों के हाथ पर हाथ धरकर बैठे रहने से बौखलाए छात्रों ने थर्सडे की दोपहर छात्रसंघ भवन पर धर्मपाल का पुतला दहन किया था। छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान ही चेतावनी दी थी कि वे शिक्षक को बेनकाब करके रहेंगे। छात्र और छात्राओं का साफ कहना था कि विभाग में बाकी छात्राएं भी संगीत के टीचर्स की हरकतों से परेशान हैं। छात्रों ने एचओडी के पद से इस्तीफा दे चुके प्रो। जयंत खोत को भी इसमें लपेटा और कहा कि विभाग के एक अन्य शिक्षक पर भी कुछ वर्ष पहले यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। छात्रों ने यह भी कहा कि विभाग के शिक्षक छात्रों से मोबाइल पर पोर्न मूवीज डाउनलोड करने के लिए कहते हैं।

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अंधे होने का मांगा सर्टिफिकेट

उधर, आंखों की रोशनी से मरहूम छात्रा अपने देवर संग थर्सडे को वुमेन एडवाइजरी बोर्ड की चेयरमैन प्रो। रंजना कक्कड़ से मिली। छात्रा ने प्रो। कक्कड़ को लिखकर दिया है कि डॉ। धर्मपाल उसका यौन उत्पीड़न करते थे। उसने बताया कि उसे ब्रेन ट्यूमर है और धर्मपाल समेत एक अन्य टीचर को जब उसने यह बात बताई तो शिक्षकों ने उससे कहा कि वह अंधी है। इसका क्या प्रमाण है? इसपर मजबूरन उसे अपना सर्टिफिकेट दिखाना पड़ा था। उसने विभागाध्यक्ष रह चुके प्रो। जयंत खोत पर भी बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।

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आराम से मौजूद रहा धर्मपाल

चौकाने वाली बात तो यह है कि जहां संगीत विभाग में चल रहे आपत्तिजनक क्रियाकलापों से छात्र छात्राओं में रोष बना रहा। वहीं दोपहर के वक्त डॉ। धर्मपाल डीएसडब्ल्यू कार्यालय में बड़े आराम से मौजूद रहे। यहां हाई पावर कमेटी शिक्षकों से छात्रों के आरोपों पर पूछताछ करने के लिए आई थी। डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बगल स्थित कमरे में डॉ। धर्मपाल और विभाग के बाकी शिक्षक और शिक्षिकाएं खुद को बचाने के लिए एक दूसरे से एकजुट हो जाने के लिए चर्चा करते देखे गए। उनका कहना था कि शिक्षकों से जुड़ा मामला है। ऐसे में सबके एक हो जाने में ही भलाई है।

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बाकी शिक्षक भी डराते थे

पूरे मामले की जांच के लिए वाइस चांसलर प्रो। एनआर फारुखी ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन कर दिया है। वैब चेयरमैन प्रो। रंजना कक्कड़ की अध्यक्षता में गठित कमेटी में प्रो। नमिता पांडेय और सहयोग संगठन की कोआर्डिनेटर को शामिल किया गया है। प्रो। रंजना ने बताया कि छात्रा ने लिखकर दिया है कि उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया है। छात्रा ने प्रो। जयंत खोत पर भी आरोप लगाए हैं। प्रो। रंजना ने बताया कि उन्होंने छात्रा से पूछा कि उसने पहले मुंह क्यों नहीं खोला तो उसने कहा कि उसके पिता चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में नौकरी करते हैं। उसे डर था कि पापा की नौकरी न चली जाए। शिक्षक भी उसे इसी बात को लेकर डराते थे। प्रो। रंजना ने बताया कि छात्रा को ब्रेन ट्यूमर है। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक को दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

दोनों घटनाक्रम हमारे संज्ञान में है। कानून से ऊपर कोई नहीं है। किसी ने गलत काम किया है तो पुलिस तो कार्रवाई करेगी। विश्वविद्यालय भी किसी को बख्शेगा नहीं। विश्वविद्यालय की गरिमा से ऊपर कोई नहीं है।

-प्रो। आरके उपाध्याय,

चीफ प्रॉक्टर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

छात्रा ने लिखकर दिया है कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया है। छात्रा ने प्रो। जयंत खोत पर भी आरोप लगाए हैं। मैने पूछा कि उसने पहले मुंह क्यों नहीं खोला तो बताया कि उसके पिता चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में इम्प्लाई हैं। डर था कि पापा की नौकरी न चली जाए। शिक्षक भी उसे इसी बात को लेकर डराते थे।

-प्रो। रंजना कक्कड़

चेयरमैन, वुमन एडवाइजरी बोर्ड