-सीबीएसई बोर्ड का एसजीएआइ टेस्ट का पैटर्न हुआ चेंज

-अब अपने स्कूल में ऑनलाइन टेस्ट दे सकेंगे स्टूडेंट्स

VARANASI:

अब मुन्ने का रुझान पता करना आसान हो गया है। उसे नेक्स्ट क्लास में कौन सा सब्जेक्ट पढ़ना चाहिए इसको लेकर अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं। यह काम सीबीएसई बोर्ड करेगा। बोर्ड ने टेंथ में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का एप्टीट्यूड पता करने का नायाब तरीका निकाला है। हालांकि सीबीएसई अपने स्टूडेंट्स के लिए लास्ट इयर से ही स्टूडेंट ग्लोबल एप्टीट्यूड इंडेक्स टेस्ट कंडक्ट कराता आ रहा है। लेकिन इस साल से सिस्टम चेंज कर दिया गया है। पहले जहां सेंटर-सेंटर पर टेस्ट होता था, वहीं इस साल से यह टेस्ट स्टूडेंट अपने ही स्कूल पर दे सकता है। बता दें कि पहले से रजिस्ट्रेशन कराए स्टूडेंट्स ख्0 दिसंबर तक टेस्ट दे सकते हैं।

पेपर नहीं कंप्यूटर पर टेस्ट

इस साल से स्टूडेंट्स को एग्जाम सेंटर का दौड़ नहीं लगाना होगा। अपने स्कूल में ही टेस्ट दे सकेंगे। स्टूडेंट ग्लोबल एप्टीट्यूड इंडेक्स यानि एसजीएआइ को ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और स्कूल्स मैनेजमेंट को अपने बच्चे को टेस्ट दिलाने के लिए परेशान नहीं होना होगा। स्टूडेंट जिस स्कूल में पढ़ता है उसी स्कूल में टेस्ट देगा। दूसरी बात यह कि इसमें ट्रांसपरेंसी भी रहेगी। टेस्ट ऑनलाइन होने से स्टूडेंट्स को सेंटर-सेंटर का चक्कर काटने से मुक्ति मिल गयी है।

पता चल जाएगी क्षमता

क्लास टेंथ के बाद स्टूडेंट्स और पैरेंट्स के सामने सबसे बड़ी प्रॉब्लम स्ट्रीम का सेलेक्शन करना होता है। बहुत सारे स्टूडेंट्स तय ही नहीं कर पाते कि उन्हें कौन से स्ट्रीम की पढ़ाई करनी चाहिए। ऐसे में कई बार डिसीजन गलत हो जाता है। तब स्टूडेंट्स और पैरेंट्स को पछताने के सिवा और कोई रास्ता नहीं होता। लेकिन एसजीएआइ टेस्ट के बाद इस तरह का संकट नहीं रहेगा। एक्सपटर््स के मुताबिक सीबीएसई बोर्ड के एसजीएआइ का मकसद भी यही है। यदि स्टूडेंट्स इस टेस्ट में अपीयर हो गया तो कम से कम उसे अपना स्ट्रीम सेलेक्ट करने के लिए सोचना नहीं होगा। वह आसानी से अपनी क्षमता के अनुसार नेक्स्ट क्लास में स्ट्रीम को सेलेक्ट कर लेगा।

वर्जन---

सीबीएसई बोर्ड की अच्छी पहल है। एसजीएआइ के थ्रू स्टूडेंट्स अपनी क्षमता का आकलन स्वयं कर सकता है। यह टेस्ट विभिन्न स्कूल्स में ख्0 दिसंबर तक आयोजित होगा।

वीके मिश्र, सिटी कोआर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड