PATNA : क्क् साल तक जेल की सलाखों के पीछे रहनेवाले सिवान के पूर्व सांसद मो। शहाबुद्दीन की मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं। क्योंकि जमानत रद करने को लेकर दो याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसकी सुनवाई सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में होगी।

ऐसे में सुप्रीम कोर्ट अगर हाईकोर्ट के आदेश को पलटते हुए शहाबुद्दीन को फिर जेल भेजने का आदेश देता है, तो सिवान में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर इसका असर पड़ सकता है। इस बारे में खुफिया एजेंसियों ने भी आगाह किया था। लिहाजा, हालात को देखते हुए सिवान में रविवार से ही प्रशासन हाई अलर्ट पर है। एसटीएफ और पुलिस की अतिरिक्त टीमें तैनात हैं।

साथ ही पटना, छपरा और गोपालगंज की पुलिस को भी अलर्ट किया गया है। दायर की गई दो याचिकाओं में से एक याचिका सिवान निवासी चंदा बाबू की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने दायर की है जबकि दूसरी याचिका बिहार सरकार ने दायर की है।

जारी की गई थी चेतावनी

मालूम हो कि शहाबुद्दीन की रिहाई के फौरन बाद ही पुलिस हेडक्वार्टर ने सिवान के एसपी व डीएम की रिपोर्ट के आधार पर सिवान में अतिरिक्त पुलिस बल और सुरक्षा बलों की तैनाती का काम शुरू कर दिया था। एसटीएफ का कमांडो दस्ता 'चीता' की एक यूनिट को सिवान भेजा जा चुका है। सीबीआइ की टीम के सिवान पहुंचने के बाद अतिरिक्त पुलिस बल की लगातार तैनाती की जा रही है।