लखनऊ (ब्यूरो)। दुष्कर्म के आरोपी चिन्मयानंद की जल्द अरेस्टिंग न होने पर पीड़िता ने आत्मदाह की धमकी दी है। पहले 161 सीआरपीसी के तहत पुलिस को व 164 सीआरपीसी के तहत कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बावजूद पुलिस की ढिलाई ने पीड़िता को आहत कर दिया है। वहीं, छात्रा को लेकर उसके पिता प्रयागराज रवाना हो गए हैं, जहां वे हाईकोर्ट में गुहार लगाने की तैयारी कर रहे हैं।

एसआईटी की चुप्पी पर टूटा धैर्य

पीड़िता ने 16 सितंबर को शाहजहांपुर स्थित ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट की कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराए थे। उसके बाद से किसी भी समय चिन्मयानंद की गिरफ्तारी की आशंका थी, लेकिन दो दिन बाद भी एसआईटी ने चुप्पी साधे रखी और अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे पीड़िता व उसके परिजनों का धैर्य टूट गया। मीडिया से बातचीत में पीड़िता ने कहा कि अगर चिन्मयानंद अरेस्ट नहीं हुआ तो वह आत्मदाह कर लेगी। उसने एसआईटी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।

जवाब देने से कतरा रहे अधिकारी

पीड़िता अपने पिता व भाई के साथ कड़ी सुरक्षा में प्रयागराज रवाना हो गई है। छात्रा के पिता ने बताया कि वह वहां पर अपने वकीलों से मिलकर उनको एसआईटी की अब तक की जांच के बारे में बताएंगे। उसके बाद तय करेंगे कि आगे क्या करना है। पीड़िता के पिता ने कहा कि इस मामले में क्या चल रहा है कोई उन लोगों को कुछ नहीं बता रहा। एसआईटी के अधिकारी सही जवाब देने से कतरा रहे हैं। कहा, जब मेरी बेटी के बयान हो चुके हैं तो चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने में देरी क्यों हो रही है? आत्मदाह को लेकर बेटी ने बयान दिया है, लेकिन इस पर अब हम और कुछ ज्यादा नहीं कहना चाहते।

यह है मामला

24 अगस्त को छात्रा ने वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए। फिर लापता हो गई। मामला चर्चा में आने पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया। छात्रा को पुलिस ने राजस्थान से खोज निकाला और सुप्रीम कोर्ट में पेश किया। इसके बाद एसआईटी जांच के आदेश हुए। इस बीच 10 सितंबर को कुछ वीडियो वायरल हुए, जिन्हें चिन्मयानंद व छात्रा से जोड़ा जा रहा है। छात्रा 16 सितंबर को कोर्ट में अपना बयान दर्ज करा चुकी है। इसके बाद चिन्मयानंद की अरेस्टिंग होने की आशंका थी, लेकिन उसी रात उनकी तबीयत बिगड़ गई।

चिन्मयानंद के सपोर्ट में उतरे स्वामी ओम, पीड़ित के पिता ने SIT पर लगाया सबूत लीक करने का आरोपफॉरेंसिक जांच पर टिकी अगली कार्रवाई

छात्रा से रेप के आरोपों से घिरे चिन्मयानंद पर कार्रवाई फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट पर जाकर टिक गई है। एसआईटी का कहना है कि सभी वीडियो एफएसएल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। सत्यता साबित होते ही अगली कार्रवाई होगी। माना जा रहा है इससे चिन्मयानंद को कुछ वक्त की राहत मिल सकती है। हालांकि, बुधवार को उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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