विरोध जताया

जूता प्रेमनगर निवासी 35 वर्षीय किशनलाल ने फेंका था। जूता ठीक उस वक्त फेंका गया जब टीम अन्ना स्टेज पर पहुंची थी। इसके बाद भी लगातार विरोध के स्वर उठते रहे और उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के प्रवक्ता प्रकाश चंद थपलियाल ने सीधे तौर पर किरण बेदी को उंगली दिखाकर अपना विरोध जताया। हालांकि तमाम विरोध के बावजूद टीम अन्ना का कार्यक्रम तय समय पर ही समाप्त हुआ।

हिमायती बनकर घुसा

टीम अन्ना के कार्यक्रम में जूता फेंकने वाला शख्स अन्ना हजारे का हिमायती बनकर ही अंदर घुसा था। किशनलाल का कहना था कि टीम अन्ना भी चोर है और वह इसका विरोध करते हैं। अपने कपड़ों पर कई तरह के स्लोगन लगाकर घूम रहे किशनलाल ने जैसे ही जूता फेंका, मौके पर मौजूद पुलिस ने उसे दबोच लिया। हालांकि पुलिस बाद में मामले को दबाने के लिए जूते के बजाए कपड़ा फेंकने का दावा करती रही। जूता फेंकने के मामले पर टीम अन्ना के अहम सदस्य किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, कुमार विश्वास ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है, जबकि यह जूता स्टेज पर स्पीच दे रहे एक शख्स से टकराकर मंच पर पीछे की ओर गिरा था।

परेशान था किशन

जूता फेंकने वाले शख्स को तकरीबन दो घंटे तक पुलिस और खुफिया एजेंसियां गहन पूछताछ करती रही। पूछताछ के बाद व्यक्ति को डालनवाला कोतवाली लाया गया और मुकदमा दर्ज किया गया। जूता फेंकने वाला व्यक्ति प्र्रेमनगर बाजार में सब्जी की फड़ लगाता है और कुछ माह पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शरद यादव को अन्ना सर्मथक एक व्यक्ति द्वारा थप्पड़ मारने से व्यथित था। उसने अपनी इस हरकत को बदले की कार्रवाई बताया। पूछताछ के बाद पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ शांति भंग और आयोजन स्थल में क्रार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करने का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर आयोग को भी भेज दी।