किसने फेंकी थी बॉल ऑफ द सेंचुरी

कानपुर। 4 जून 1993 का दिन कभी न भूलने वाला है, यह वो दिन था जिसने पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस को आश्चर्यचकित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में एशेज सीरीज खेली जा रही थी। इंग्लिश बल्लेबाज पहले बैटिंग कर रहे थे, मैच के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज शेन वॉर्न ने ऐसी लेग स्पिन फेंकी कि, बल्लेबाजी कर रहे माइक गेटिंग चकमा खा गए और बोल्ड हो गए। यह ऐसी डिलीवरी थी जिसे पहले न किसी ने देखा था और न सुना था। इसे बॉल ऑफ द सेंचुरी कहा गया।

वॉर्न की फिरकी में फंसे बल्लेबाज

आईसीसी में छपी खबर के अनुसार, कंगारू टीम साल 1993 में एशेज सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज का पहला मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया। मेहबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की। पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले दिन ही 289 रनों पर सिमट गई। अब बारी थी इग्ंलिश बल्लेबाजों की, उस वक्त कंगारू टीम में सी डेरमेट, माइक ह्यूज जैसे दिग्गज गेंदबाज थे मगर सबसे ज्यादा चर्चा बटोरी 24 साल के युवा गेंदबाज शेन वॉर्न ने। उस वक्त वॉर्न को टेस्ट डेब्यू किए एक साल ही हुआ था। मगर इतने कम दिनों में वह अपनी पहचान बना चुके थे। 1993 एशेज सीरीज में भी वॉर्न ने अपनी फिरकी से बल्लेबाजों को खूब नचाया, खासतौर से माइक गेटिंग का जो विकेट उन्होंने लिया था वो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।

आखिर कैसी थी वो गेंद

शेन वॉर्न महान लेग स्पिनर रहे हैं, इस बात का सबूत उन्होंने इस एशेज सीरीज में दिया था। माइक गेटिंग स्ट्राइकर एंड पर थे और गेंद वॉर्न के हाथों में थी। गेटिंग ने अभी चार रन ही बनाए थे कि उनका सामना बॉल ऑफ द सेंचुरी से हो गया। वॉर्न ने गेंद ऐसी घुमाई कि वह लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाकर इतनी तेज अंदर घूमी कि गेटिंग का ऑफ स्टंप उड़ गया। इसके बाद तो मानों, पूरे क्रिकेट जगत में तूफान सा आ गया, हर कोई हैरान था कि गेंद इतनी कैसे घूम सकती है। इस मैच में वॉर्न ने 8 विकेट लिए थे और कंगारू टीम यह मैच 179 रन से जीत गई। उस वक्त विस्डन मैग्जीन में एक खबर छपी थी कि, 'क्रिकेट इतिहास में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि एक गेंद पूरे मैच यहां तक कि पूरी सीरीज में चर्चा का विषय बनी रही।'

ऐसा है वॉर्न का इंटरनेशनल करियर

दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न ने 2007 में ही क्रिकेट जगत को अलविदा कह दिया था। वॉर्न का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी शानदार है। इन्होंने 145 टेस्ट मैच खेलकर 708 विकेट अपने नाम किए हैं। जिसमें कि 37 बार पांच विकेट और 48 बार चार विकेट चटकाए। वहीं वनडे मैचों की बात करें, तो वॉर्न के नाम 194 मैचों में 293 विकेट दर्ज हैं। इस दिग्गज लेग स्पिनर ने कभी इंटरनेशनल टी-20 मैच नहीं खेला, हालांकि वह आईपीएल जैसी क्रिकेट लीग में खेलते नजर आ चुके हैं।

मैदान के अंदर हो या बाहर, शेनवार्न हमेशा रहे विवादों में

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