शनिश्चरी अमावस्या 04 मई 2019 को पड़ रहा है। इस दिन आयुष्मान योग में पूजा पाठ का कई गुना फल मिलता है। वृश्चिक, धनु एवं मकर राशि साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे, वहीं वृष, कन्या राशि के जातकों पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं. राजीव शर्मा के अनुसार, नववर्ष 2019 के अन्त तक शनिदेव गुरु देव की राशि धनु में भ्रमण करते रहेंगे। यह शनिवार, पौष माह शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को पूर्व में उदित होकर गतिशील रहेगा तथा 03 अप्रैल 2019 (मंगलवार) को वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की वरूथिनी एकादशी से शनि वक्री होकर 18 सितम्बर 2019 (बुद्धवार) से आश्विन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मार्गी होकर गतिशील रहेंगे। इसके बाद 26 दिसम्बर 2019 पौष कृष्ण पक्ष की अमावस्या, खण्डग्रास सूर्य ग्रहण के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश कर 28 दिसम्बर पौष शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को पश्चिम में अस्त होंगे।

इसलिए विशेष है शनिश्चरी अमावस्या
इस वर्ष 04 मई 2019 वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की दूसरी शनिश्चरी अमावस्या विशेष है क्योंकि इस दिन आश्विनी नक्षत्र अपराह्न 03ः47 बजे तक रहेगा, आयुष्मान योग पूरे दिन रात रहेगा। इस शनिवार के दिन आश्विनी नक्षत्र एवं आयुष्मान योग होने के कारण सोम योग का बनना अतिशुभ रहेगा। पौराणिक मान्यताओें के अनुसार, शनिदेव का जन्म शनिवार को अमावस्या तिथि में हुआ था, इसलिए भी शनिवारी अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या तिथि कार्य सिद्ध करने वाली मानी जाती है। इस बार इस अमावस्या का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि इस वर्ष के राजा भी शनि हैं।

ज्योतिषाचार्य पं. राजीव शर्मा से जानते हैं कि शनि का ग्रहों पर प्रभाव...गोचर ग्रहों के अनुसार, इस दिन धनु राशि में शनि के साथ केतु का विशेष योग बन रहा है। धनु राशि में शनि के भ्रमण के समय निम्न राशियों पर विभिन्न प्रभाव रहेगा। जोकि निम्नवत् है।  
 
1. मेषः- नौवां शनि पुरानी कष्टकारी स्थितियों को दूर करेगा। दूर स्थान की यात्रा तथा आध्यात्मिक प्रवृत्ति बनेगी।

2. वृषः- शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा, आठवाँ शनि कष्टकारी रहेगा। विघ्न बाधा बनी रहेगी। देरी से सफलता मिलेगी।

3. मिथुनः- लेन-देन में गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें, दूसरों से मधुर संबन्ध बनाने में सफलता एवं मान-सम्मान मिलेगा।

4. कर्कः- मनोरंजन एवं सृजनात्मक कार्याें में सफलता मिलने के योग हैं। प्रेम के मामलों में सफलता मिलने के योग हैं।

5. सिंहः- शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी, जमीन-जायदाद सम्बन्धी विवाद से बचें।

6. कन्याः- शनि की ढैय्या के प्रभाव में आएंगे, पारिवारिक सुख प्राप्त होगा, सामाजिक कार्याे में भागीदारी बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में छोटी यात्राओं से लाभ होगा।

7. तुलाः- जमीन-जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी, आर्थिक मामलों में स्थिति मजबूत बनने के योग हैं।

8. वृश्चिकः- शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दृढ़ इच्छा शक्ति से सफलता मिलने के योग हैं।  

9. धनुः-
शनि की मध्य साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दृढ़ता से काम लेकर सफलता प्राप्ती के योग हैं।

10. मकरः- साढ़े साती का प्रथम चरण आरम्भ होगा, कार्याें में देरी होगी, बिगड़े हुए सम्बन्ध बनाने व बढ़ाने पर ध्यान दें।

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11. कुंभः-
व्यवसाय अथवा नौकरी में बदलाव होने की सम्भावना रहेगी। कार्याें में अच्छी शुरूआत के योग हैं।

12. मीनः- उन्नति के अच्छे योग बनेंगे, यात्रा आदि से लाभ होगा। विदेश से सम्बन्ध बनने के योग हैं।